नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक बुधवार से शुरू होगी। इस बैठक में करीब पांच वर्षों में पहली बार रीपो दर में कटौती होने की उम्मीद है। सुस्त होती आर्थिक वृद्धि और उतार चढ़ाव वाले वित्तीय बाजार के दौर में यह बैठक महत्त्वपूर्ण है।
भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर का कार्यभार संभालने वाले संजय मल्होत्रा पहली बार इस मौद्रिक समीक्षा नीति की अध्यक्षता करेंगे। मल्होत्रा ने बीते वर्ष 11 दिसंबर को कार्यभार संभाला था। इस बैठक के फैसलों की घोषणा शुक्रवार को होगी। इस बैठक में ब्याज दरों में कटौती लाजिमी सी लगती है। आर्थिक वृद्धि के लिए ब्याज दर में कटौती की जरूरत है। लिहाजा सभी नजरें इस नीति के रुख पर रहेंगी।
केयर एज रेटिंग्स के अर्थशास्त्रियों के अनुसार, ‘भारतीय रिजर्व बैंक के नवनियुक्त गवर्नर के वक्तव्य पर बाजार करीबी नजर रखेगा। हमें वैश्विक हालात के प्रति सावधानीपूर्वक रवैया अपनाते हुए नरम रुख को कम किए जाने की उम्मीद है।’