आचार्य प्रज्ञासागर महाराज का तृतीय आचार्य पदारोहण दिवस धूमधाम से मनाया
कोटा। दिगम्बर जैन मंदिर विज्ञान नगर में आचार्य प्रज्ञासागर महाराज का तीसरा आचार्य पदारोहण दिवस गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष राजमल पाटोदी ने कार्यक्रम की जानकारी दी। शांतिधारा अनिल ठौरा द्वारा की गई, जिसमें आचार्य संगीतमय पूजन करते हुए अष्ट द्रव्य समर्पित किए गए। मंगलाचरण कु. ऐश्वर्या जैन ने प्रस्तुत किया।
चित्र अनावरण, दीप प्रज्जवलन, पाद प्रक्षालन एवं जिनवाणी विराजमान करने का अवसर मोहन लाल जी यतीश खेड़ा वाले परिवार को प्राप्त हुआ। मंत्री पी. के हरसोरा ने बताया कि इस दिन 108 कलशों से आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन किया गया। 36 परिवारों द्वारा जिनवाणी विराजमान की गई। आचार्य श्री के 1 करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य में एक कड़ी जोड़ते हुए 36 पौधे समाज बंधुओं को दिए गए, जिन्होंने उन्हें लगाकर सहेजने की जिम्मेदारी ली। कार्यक्रम सकल समाज के कार्यध्यक्ष जे के जैन, प्रकाश बज सहित कई गणमान्य रहे।
समाज सुधार का संदेश
आचार्य प्रज्ञासागर महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि गुरु अपने भक्त की खुशियों के लिए सब कुछ सहने को तैयार रहता है। उन्होंने कहा कि जब भी जीवन में किसी साधु संत का संयम दिवस मनाने का अवसर आए, तो स्वयं संयम लेने का नियम बनाना चाहिए। उन्होंने समाज में अपव्यय और दिखावे की प्रवृत्तियों पर चिंता व्यक्त की और संतों के प्रयासों की सराहना की, ताकि समाज में अच्छी परंपराएं चल सकें और बुराइयों का अंत हो सके।