आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज का हुआ तलवंडी जैन मंदिर पर मंगल प्रवेश
कोटा। आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज का रविवार को प्रातः काल हाड कंपा देने वाली ठंडी हवाओं के बीच दिगंबर संत प्रज्ञा सागर महाराज ने नालंदा स्कूल से विहार कर श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर तलवंडी में भव्य प्रवेश किया।
लाल मंदिर महावीर नगर प्रथम चौराहे से भव्य शोभायात्रा आयोजित की गई, जिसमें घोड़े बग्घियां, बैंड, डीजे, दिव्य घोष और हजारों की संख्या में श्रद्धालु जन सम्मिलित थे। शोभायात्रा में आकर्षण एक 25 फीट लंबा व्यक्ति वृक्षारोपण का संदेश देता हुआ चल रहा था। शोभायात्रा का संयोजन कपिल जैन द्वारा किया गया।
रास्ते भर समाज जनों ने आचार्य संघ के पाद प्रक्षालन कर अगवानी करी। बैंड की और लहरियो पर श्रद्धालु जन नाचते गाते शोभायात्रा में चल रहे थे। श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर समिति तलवंडी द्वारा मंदिर के मुख्य द्वार पर आचार्य संघ के पाद पक्षालन कर अगवानी की गई। देव दर्शन के पश्चात आचार्य श्री मंच पर विराजमान हुए।
सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन ने बताया कि विगत कुछ काफी दिनों से कोटा की ओर संघ का बिहार चल रहा है। गुरुजी ने कोटावासियों का इंतजार समाप्त किया। आचार्य श्री ने अपने उद्बोधन में बताया कि समाज के संपन्न तबके को अपनी धनराशि का उपयोग जरूरतमंद लोगों की सहायता में करना चाहिए। इसी प्रकार जिन मंदिरों के पास धन की उपलब्धता है उनको भी छोटे मंदिरों व समाजों में धन का सदुपयोग करना चाहिए।
आचार्य जी ने आने वाले समय में ऑक्सीजन की कमी के बारे में समाज जनों को चेताते हुए कहा कि हमें भरपूर मात्रा में वृक्ष लगाने होंगे, ताकि आने वाले समय में हमारी पीढ़ी को ऑक्सीजन मिल सके। आचार्य जी ने कहा कि हमारे संघ का एक करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य है। सभी समाज जनों को इसमें सहयोग करना चाहिए।