नई दिल्ली। आने वाले दिनों में रेलवे के ट्रेवलिंग टिकट एक्जामनर (टीटीई) के हाथ में एक टैब और एक पीओएस मशीन होगी। ताकि पैसेंजर्स चलती ट्रेन में वसूला जाने वाला चार्ज या जुर्माने का पेमेंट डेबिट या क्रेडिट कार्ड से कर सकें। रेलवे को उम्मीद है कि इससे जहां पैसेंजर्स की परेशानी कम होगी, वहीं कैश में गड़बड़ी की संभावना भी कम हो जाएगी।
हाल ही में रेलवे बोर्ड की एक बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई और कहा गया कि 15 जनवरी से पहले बोर्ड द्वारा इस फैसले को लागू करने की रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी।
बैठक में हुआ फैसला
इसी सप्ताह रेल मंत्रालय ने संपर्क, समन्वय, संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के दौरान अलग-अलग बैठकों का आयोजन किया गया। बैठक में कई तरह के प्रस्ताव रखे गए। इन बैठकों में जिन प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।
उन्हें समयबद्ध तरीके से लागू करने के लिए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने टारगेट डेट फॉर कम्प्लीशन (टीडीएस) तय कर सभी अधिकारियों से कहा है कि वे इस तय डेडलाइन तक फैसलों को लागू करें। इस बैठक में ही टीटीई को टैब और पीओएस मशीन देने का प्रस्ताव आया।
क्या होगा POS का फायदा ?
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि टीटीई को पीओएस मशीन देने से कई तरह के फायदे होंगे। जैसे कि- टीटीई बर्थ खाली रहने पर दूसरे पैसेंजर को बर्थ अलॉट कर देते हैं और उसका चार्ज ले लेते हैं। उस समय पैसेंजर अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से चार्ज का पेमेंट कर सकेगा।
इसके अलावा किसी तरह का रिजर्वेशन फेयर या सप्लीमेंटरी चार्ज का पेमेंट भी पीओएस मशीन से किया जा सकता है। टीटीई द्वारा चेकिंग के दौरान गलत ढंग से यात्रा कर रहे लोगों से जुर्माना वसूला जाता है, लेकिन कई बार पैसेंजर के पास कैश नहीं होता, इस वजह से पैसेंजर को या तो छोड़ना पड़ता है या उन्हें पुलिस को सौंप दिया जाता है, लेकिन अब पीओएस मशीन होने पर टीटीई डेबिट या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट ले सकेंगे।
क्या होगा टैब का फायदा ?
रेलवे ने टीटीई को टैबलेट (टैब) भी देने का निर्णय लिया है। रेलवे अधिकारी के मुताबिक रेलवे मिनिस्टर पीयूष गोयल चाहते हैं कि रेलवे में पेपर चार्ट का इस्तेमाल खत्म किया जाए। इसलिए न तो ट्रेनों के बाहर पेपर चार्ट लगेंगे और ना ही टीटीई के पास कोई चार्ट होगा।
स्टेशनों पर डिस्पले बोर्ड पर इलेक्ट्रॉनिक फीडिंग के जरिए पैसेंजर्स को कंफर्मेशन और वेटिंग के बारे में बताया जाएगा। जबकि टीटीई को टैब दिए जाएंगे, जिसमें पैसेंजर्स का पूरा डिटेल, रिजर्वेंशन चार्ट सहित ट्रेन की पूरी इंफॉर्मेशन होगी। इसी टैब के जरिए टीटीई रेवेन्यू का भी डाटा फीड करेंगे।
रेवेन्यू लॉस रुकेगा
अधिकारी ने कहा कि टीटीई के पास टैब और पीओएस मशीन की सुविधा उपलब्ध होने के बाद रेवेन्यू लॉस काफी हद तक कम हो जाएगा। आरोप लगता रहा है कि टीटीई अवैध वसूली करते हैं और पैसे लेकर पैसेंजर्स को फायदा पहुंचाते हैं। रेलवे को उम्मीद है कि इस पर काफी हद तक रोक लगेगी।