कोटा। कुछ नया करने का जुनून मन में हो तो जीवन में कुछ भी करना मुश्किल नहीं है। दृढ़ इच्छा शक्ति से सब हासिल किया जा सकता है। उम्र किसी भी टारगेट के लिए बाधा नहीं हो सकती। ऐसा ही कुछ कर दिखाया कोटा के 21 साल के नकुल मेहरा ने।
वे 12 दिसंबर को हार्ले डेविडसन बाइक पर सवार होकर कन्याकुमारी से रवाना हुए थे और शनिवार को कोटा पहुंचे। इस अवसर पर नकुल मेहरा का अंटाघर पर ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ जोरदार स्वागत किया गया। नकुल को इस राइड के लिए यंगेस्ट राइडर का अवॉर्ड दिया गया। इससे पहले वे पांच रैलियों में भाग ले चुके हैं।
मेहरा ने छह हजार किलोमीटर की यह यात्रा लगभग 11 दिनों में तय की। इस यात्रा में बूंदी के 60 साल के हरिप्रसाद तापड़िया भी उनके साथ रहे। हार्ले डेविडसन कंपनी ने नकुल मेहरा को लाइफ टाइम मेंबरशिप का प्रमाण-पत्र दिया है।
इस अवसर पर दिग्विजय मेहरा, वरूण मेहरा, अनिरुद्ध मेहरा, शमीम खान, वीरेंद्र सिंह शक्तावत, डॉ. जसबिंदर सरोया, संदीप भाटिया सहित अन्य ने स्वागत किया।
गौरतलब है कि नकुल ने पिछले साल गोवा में आयोजित रैली में पहला स्थान हासिल किया था। कोटा पहुंचने पर उनको फूल मालाओं से लाद दिया गया। सभी ने इसकाे कोटा के लिए बड़ी उपलब्धि बताई। नकुल ने इस अवसर पर यात्रा से जुड़ी रोचक यादों को शेयर किया। उनकी यह यात्रा रोमांच से भरी रही।
गौरव का क्षण : बेदी
सेंटपॉल ओल्ड ब्वॉयज एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुमीत सिंह बेदी ने बताया कि नकुल की यह उपलब्धि सेंट पॉल स्कूल एल्युमिनाई के लिए गौरव का क्षण है। आज के युग में जहां युवाओं का फोकस पढ़ाई पर रहता है, वहां नकुल ने आउट ऑफ बॉक्स सोचते हुए यह एडवेंचर ट्रिप की।
उन्होंने करीब छह हजार किलोमीटर की यात्रा तय की है। पसंद का काम करने से ही हम जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। नकुल 2013 बैच के स्टूडेंट हैं। चेतन चीता और शहीद अजय आहूजा भी इसी स्कूले के एल्युमिनाई रह चुके हैं।