विद्या भारती के तीन दिवसीय आचार्य सम्मेलन 2024 का दूसरा दिन
कोटा। विद्या भारती शिक्षा संस्थान कोटा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय जिला आचार्य सम्मेलन के दूसरे दिन विभिन्न सत्रों में शिक्षा और शिक्षक की भूमिका पर विचार किया गया।
मुख्य अतिथि वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी थे। मुख्य वक्ता विद्या भारती चित्तौड़ प्रांत के मंत्री डॉ. सुरेंद्र अरोड़ा थे। अध्यक्षता एलन केरियर इंस्टीट्यूट के चीफ कामर्शियल ऑफिसर सीए ललित माहेश्वरी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर निगम कोटा दक्षिण नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी तथा मंत्री विद्या भारती कोटा के देवेंद्र कुमार जैन भी मंचस्थ रहे।
कैलाश सोढानी ने कहा कि शिक्षक की देश के विकास में भी अहम भूमिका रहती है। शिक्षक की हमेशा प्रत्यक्ष भूमिका रही है। शिक्षक के द्वारा छात्र का निर्माण करना होता है। मैकाले की शिक्षा व आज की शिक्षा में भी अंतर है। पढ़ते समय हमें बच्चों में भी राष्ट्रीय भाव डालना, समझना चाहिए।
मुख्य वक्ता डॉ. सुरेंद्र अरोड़ा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में योग, शारीरिक, संगीत, नैतिक आध्यात्मिक, संस्कृत शिक्षा का बढ़ावा देना, आचार्यों में टेक्नोलॉजी का ज्ञान भी हो, शिशु- शिक्षा आधारित 12 व्यवस्थाएं पूर्ण हो।
विद्या भारती शिक्षा संस्थान कोटा के जिला सचिव सतीश कुमार गौतम ने बताया कि आचार्य, दीदियों की प्रतिभा का विकास हो इस हेतु तीन दिवसीय आवासीय आचार्य सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें आचार्य दीदियों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता में कबड्डी, लम्बी कूद, सौ मीटर दौड़, रस्साकशी, मटकी दौड़, तीन टांग दौड़ एवं साहित्य प्रतियोगिता में चित्रकला, श्रुतलेख, रंगोली, कहानी लेखन, आशुभाषण, प्रेरक प्रसंग, निबंध लेखन, प्रश्नमंच आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। विद्या भारती कोटा के सह सचिव डॉ. महेश शर्मा ने अतिथियों का परिचय एवं सम्मान करवाया। संचालन प्रधानाचार्य दिलीप शर्मा ने किया। विद्या भारती समिति के मंत्री देवेंद्र जैन ने आभार जताया।
विद्या भारती शिक्षा संस्थान कोटा के जिला सचिव सतीश कुमार गौतम ने बताया कि मंगलवार को प्रातः 11 बजे शिविर का समापन होगा। जिसमें मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर होंगे। वहीं अध्यक्षता समाजसेवी गजेंद्र सुमन करेंगे। कार्यक्रम में विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र के सह संगठन मंत्री गोविंद कुमार मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहेंगे।