अक्टूबर में त्योहारी मांग से यात्री वाहनों की बिक्री बढ़ी, मारुति ने बनाया रिकॉर्ड

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नई दिल्ली। Passenger vehicle sales: सितंबर में गिरावट के बाद अक्टूबर में यात्री वाहनों के थोक डिस्पैच में मामूली वृद्धि देखी गई। अक्टूबर में यात्री वाहनों की थोक बिक्री पिछले साल के 3,94,472 वाहनों के मुकाबले 1.8 फीसदी बढ़कर 4,01,447 वाहन हो गई।

यात्री कारों की खुदरा बिक्री को त्योहारी मांग से रफ्तार मिली। यही कारण है कि अक्टूबर में यात्री कारों की खुदरा बिक्री में 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। थोक एवं खुदरा बिक्री के आंकड़ों में भारी अंतर इसलिए दिखा क्योंकि कंपनियों ने डीलरों के यहां खुदरा बिक्री की मांग के आधार पर डिस्पैच किया।

कार बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी की थोक बिक्री में 5 फीसदी और टाटा मोटर्स की थोक बिक्री में 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर घरेलू बाजार में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की यात्री वाहनों की बिक्री में 25 फीसदी की वृद्धि हुई जिसे मुख्य तौर पर थार रॉक्स से रफ्तार मिली। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की बिक्री में भी 41 फीसदी की वृद्धि हुई। अक्टूबर में ह्युंडै मोटर इंडिया की घरेलू बिक्री में भी 0.8 फीसदी की मामूली वृद्धि दर्ज की गई।

घरेलू बाजार में मारुति के यात्री वाहनों की थोक बिक्री अक्टूबर में 5 फीसदी घटकर 1,59,591 वाहन रह गई जो अक्टूबर 2023 में 1,68,047 वाहन थी। हालांकि महीने के दौरान मारुति की खुदरा बिक्री एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 22.4 फीसदी बढ़कर 2,02,402 वाहन हो गई। यह अब तक की उसकी सर्वाधिक बिक्री रही।

मारुति सुजूकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (बिक्री एवं विपणन) पार्थ बनर्जी ने कहा, ‘थोक बिक्री के आंकड़े पिछले साल के मुकाबले कमोबेश स्थिर रहे। हम अपने उत्पादन को ठीक करते हुए खुदरा बिक्री पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमारा मानना है कि हमें दमदार खुदरा स्टॉक बनाए रखने की जरूरत है।’

कंपनी का सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल ब्रेजा रहा और महीने के दौरान 24,237 ब्रेजा की बिक्री हुई। उसके बाद 22,303 वाहनों की बिक्री के साथ नई स्विफ्ट, 21,114 वाहनों की बिक्री के साथ वैगनआर और 19,442 वाहनों की बिक्री के साथ अर्टिगा का स्थान रहा। इसका स्टॉक घटकर एक महीने की बिक्री के लायह रह गया। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान खुदरा बिक्री में 2.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। टाटा मोटर्स की बिक्री पिछले साल की 48,337 वाहनों (ईवी सहित) के मुकाबले घटकर 48,131 वाहन रह गई।

हाल में 3.3 अरब डॉलर के आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में दस्तक देने वाली ह्युंडै मोटर की घरेलू बिक्री अक्टूबर में बढ़कर 55,568 वाहन हो गई। कंपनी ने एक साल पहले अक्टूबर में 55,128 वाहनों की बिक्री की थी।

ह्युंडै मोटर इंडिया के पूर्णकालिक निदेशक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा, ‘त्योहारी अवधि के दौरान हमारे एसयूवी वाहनों की जबरदस्त मांग दिखी। यही कारण है कि हमने 37,902 एसयूवी की बिक्री की जो अब तक की सर्वाधिक मासिक बिक्री है। इसमें ह्युंडै क्रेटा की 17,497 वाहनों की बिक्री भी शामिल है। एसयूवी से हमारी बिक्री को रफ्तार मिल रही है। अक्टूबर में हमारी कुल मासिक बिक्री में एसयूवी का योगदान 68.2 रहा।’

इस अवधि के दौरान महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के यात्री वाहनों की बिक्री भी 25 फीसदी बढ़ गई और कंपनी ने अपने 54,504 वाहन बेचे। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के अध्यक्ष (ऑटोमोटिव) विजय नकरा ने कहा, ‘इस महीने की शुरुआत शानदार रही और घंटे भर में ही थार रॉक्स की 1.70 लाख बुकिंग हो गई। इसके साथ ही पूरे त्योहारी सीजन के दौरान एसयूवी पोर्टफोलियो की भी सकारात्मक रफ्तार बरकरार रही।’

पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले इस साल अक्टूबर महीने में टोयोटा की बिक्री दमदार रूप से 41 फीसदी बढ़ी और कंपनी ने पिछले साल के 21,879 वाहनों के मुकाबले इस साल अपने 30,845 वाहन बेचे। इस साल अक्टूबर में टोयोटा की घरेलू बिक्री 28,138 वहनों की रही और कंपनी ने 2,707 वाहनों का निर्यात भी किया।

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उपाध्यक्ष (सेल्स, सर्विस एवं पुरानी कार कारोबार) सबरी मनोहर ने कहा, ‘यह वृद्धि हमारी एसयूवी और एमपीवी की बढ़ी संख्या और शानदार मांग के कारण हुई। इसके साथ ही इसे अर्बन क्रूजर हाई राइडर, अर्बन क्रूजर टैसर, ग्लैंजा और रुमियन के फेस्टिवल लिमिटेड एडिशन केी पेशकश से भी दम मिला, जिसे त्योहारों के लिए खास तौर पर पेश किया गया था।’

मनोहर ने कहा, ‘इसके अलावा बेहतर डिलिवरी के साथ अच्छे ऑर्डर लेने से भी हमारी वृद्धि को बल मिला है क्योंकि हमारे पूरे उत्पाद लाइनअप के लिए ग्राहकों की प्रतिक्रिया भी शानदार रही, जिससे बिक्री की मात्रा और बाजार में स्वीकृति दोनों बढ़ी है।’

जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया की भी इस साल अक्टूबर में बिक्री 31 फीसदी रही और कंपनी ने तेलंगाना को छोड़कर 7,045 गाड़ियां बेचीं। कंपनी के नए ऊर्जा वाहन (एनईवी) की हिस्सेदारी भी उसकी कुल बिक्री में महत्त्वपूर्ण बनी रही। कुल बिक्री में एनईवी की हिस्सेदारी 70 फीसदी से अधिक रही और यह देश के किसी भी कार विनिर्माता की मासिक बिक्री में सर्वाधिक हिस्सेदारी है।