कोटा। प्रसिद्ध वक्ता एवं जीवन प्रबंधन गुरु पं. विजय शंकर मेहता ने कहा कि आलस्य अपराध है, माता-पिता का आशीर्वाद आपकी किस्मत की लकीरें बदल सकता है।
पंडित मेहता ने यह बात एलबीएस ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस कोटा में ‘दीक्षारंभ’ कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने वन टू का फाईफ के माध्यम से सफलता की राह दिखाई और 15 बातों का ध्यान रखने की सलाह दी।
पं. विजय शंकर मेहता ने भावी अध्यापकों को ‘वन टू का फाईफ’ मंत्र देते हुए समझाया कि वन का आशय गुरु, टू का आशय माता-पिता, थ्री का आशय शरीर, मन व आत्मा, फोर का आशय धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष तथा फाईफ का आशय पंच तत्व से है। उन्होंने कहा कि इन्हें संतुलित करने व व्यवस्थित करने पर सफलता के द्वार आपके लिए खुल जाएंगे।
वन टू का फाईफ में फाईफ का आशय पंचतत्व को बताते हुए पं. मेहता ने कहा कि पांच महाभूतों से बने शरीर का आपको ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि एक आयु में जब बीमारियां आपको घेरेंगी तो आप उनका सामना नहीं कर पाओगे। इस संसार में कोई भी आपकी समस्या का समाधान नहीं कर सकता है, वह सिर्फ आपकी सेवा कर सकते हैं। पीड़ा तो आपको ही सहन करनी होगी। इसलिए इसी आयु में पंचतत्व से बने शरीर का ध्यान रखें।
एलबीएस-ग्रुप के चेयरमैन कुलदीप माथुर ने बताया कि इस अवसर पर माताश्री उर्मिला माथुर, डॉ. शिल्पा माथुर, बीएड, स्पेशल एजुकेशन के 150 से अधिक विद्यार्थियों के साथ अतिथि हेमंत कासट, राघव खंडेलवाल व होटल फेडरेशन के महासचिव संदीप पांडिया भी उपस्थित रहे।