आर्थिक बदहाली से जूझ रहे कोटा को पर्यटन से मिलेगा संबल: कोटा व्यापार महासंघ

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पिछले छह माह में कोटा की कारोबारी गतिविधियों में 50 फीसदी की कमी

कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के पदाधिकारियो एवं 70 से अधिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों की एक बैठक शनिवार को होटल माहेश्वरी जलसा पर संपन्न हुई। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि कोटा व्यापार महासंघ द्वारा 170 से अधिक संस्थाओं के साथ पिछले 6 माह में कराए गए व्यवसायिक सर्वे के अनुसार कोटा की अर्थव्यवस्था एवं व्यावसायिक गतिविधियों में पिछले 6 माह में 50% की गिरावट देखी जा रही है।

इसके कारण व्यवसाय के साथ-साथ यहां के रोजगार पर भी भारी असर पड़ा है और धीरे-धीरे शहर में बेरोजगारी बढ़ रही है। अचानक आए इस भूचाल से कोटा का कोई भी ट्रेड अछूता नहीं रहा। यहां तक की खाने-पीने की वस्तुएं, बिल्डिंग मटेरियल, सेनेटरी, रेडीमेड, होटल रेस्टोरेंट, ओटो, खोमचे एवं स्टेशनरी आदि जैसे सभी तरह के व्यवसाय ने जो आंकड़े दिए वह चिंताजनक हैं।

कोटा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष सुरेंद्र गोयल विचित्र, काका हरविंदर सिंह, नंदकिशोर शर्मा एवं अनिमेष जैन ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से कोटा की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी कोटा कोचिंग के कारणनिरंतर प्रगति पर थी। अचानक इस वर्ष मार्च माह से चलने वाले इस सत्र में 50% कोचिंग लेने वाले छात्रों की कमी का सभी व्यवसाय पर भारी असर पड़ा है। करीब 5 से 6 हजार करोड़ के टर्नओवर वाले इस व्यवसाय का टर्नओवर आधे से भी कम रह गया है।

कोटा व्यापार महासंघ के सचिव मुकेश भटनागर, यश मालवीया एवं अनिल नन्दवाना ने बताया कि बाहर से आने वाले कोचिंग छात्र और उनके अभिभावकों के कोटा आवागमन में कमी आई है। तलवंडी, केशवपुरा, महावीर नगर, राजीव गांधी नगर एवं लैंडमार्क सिटी जैसे शहर के कई प्रमुख बाजार में व्यवसायियों ने भारी निवेश किया हुआ है। लेकिन आज उनके व्यवसाय नहीं चल पाने के कारण उनका निवेश खतरे में पड़ गया है।

कोटा डिस्ट्रिक सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव अनिल अग्रवाल ने कहा कि कोटा के सभी कोचिंग क्षेत्र में पिछले 2 वर्षों में एक लाख से अधिक छात्रों के निवास के लिए और हॉस्टल बने हुए हैं। वर्तमान में कोटा में 3 लाख बच्चों के रहने की सुविधा बन चुकी है और मात्र सवा लाख बच्चे ही इस वर्ष कोटा में कोचिंग के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा में किसी भी व्यवसाय को चलाना मुश्किल काम है। आज जिस तरह के हालात बने हैं, वह चिंताजनक हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में हाड़ौती में पर्यटन विकास की विपुल संभावनाओं को देखते हुए व्यापार महासंघ को भी इस दिशा में अपने आगे कदम बढ़ाना चाहिए। कोटा व्यापार महासंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप दाधीच ने कहा कि वर्तमान में कोटा के औद्योगिक वातावरण में भी ठहराव आया हुआ है। औद्योगिक माहौल को पुनः जीवित करने के लिए कई तरह के प्रयासों की आवश्यकता होगी।

राज्य के करीब 5 से ज्यादा संभागों की अर्थव्यवस्था एवं रोजगार पर्यटन के माध्यम से ही चल रहा है। हमारे पास पर्यटन की विपुल संपदा है। अगर हम पर्यटन की ओर अपनी गतिविधियों को बढ़ाएं, तो कोटा शहर की अर्थव्यवस्था और रोजगार को स्थायित्व मिलेगा। साथ ही हम वर्तमान में आर्थिक संकट के दौर से उभर सकेंगे। इसके लिए कोटा व्यापार महासंघ को अपनी पूरी ताकत से कोटा को पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने के प्रयास करने चाहिए।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि पिछले करीब 1 वर्ष से हमें कोटा की अर्थव्यवस्था पर आने वाले संकट का आभास हो चुका था। सारी वस्तुस्थिति का अध्ययन करने के बाद व्यापार महासंघ ने बड़े स्तर पर निर्णय लेते हुए होटल फेडरेशन आफ राजस्थान जिसमें पूरे राज्य के होटल रिसोर्ट से जुड़ी हुई संस्था है। जिसके साथ कई बैठक करके व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के कोटा संभाग के अध्यक्ष पद का पदभार ग्रहण किया। इनके द्वारा पिछले 6 माह में संभागों के बैठकों में भाग लेकर पाया कि हम राज्य के किसी भी संभाग के पर्यटन के मामले में कमजोर नहीं है।

जैन व माहेश्वरी ने कहा कि कोटा व्यापार महासंघ शहर की अर्थव्यवस्था को पुनः गति देने के लिए कोटा के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए सभी स्तरों पर प्रयास करेगी। कोटा के पर्यटन स्थलों का विकास उनका प्रचार -प्रसार के लिए प्रशासनिक एवं सरकारी स्तर पर पूरा सहयोग लिया जाएगा। जो पर्यटन स्थल यहां पर विकसित हैं, उन्हें और अधिक विकसित करने के लिए यहां के जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा।

कोटा मे पर्यटकों के लिए ट्रांसपोर्टेशन, गाइड इनफॉरमेशन सेंटर, आतिथ्य सत्कार के लिए सभी तरह के प्रयास किए जाएंगे। पर्यटन से जुड़े विशेषज्ञ की राय ली जाएगी। साथ ही पर्यटन स्थलों की देखरेख और शहर को स्वच्छता हरियाली युक्त विकसित बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। राज्य सरकार से आग्रह किया जाएगा कि पर्यटन नीति जो इसी माह घोषित होने वाली है उसमें हाडोती को सम्मिलित किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पर्यटन कल्याण बोर्ड का गठन भी शीघ्र किया जा रहा है उसमें भी हाड़ौती को प्रतिनिधित्व देने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए कोटा व्यापार महासंघ सकारात्मक प्रयास करेगा और इस तरह का माहौल बनाएगा कि पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने ग्रुपों को कोटा में लाया जा सके इन सभी चीजों को अमल में लाने के लिए व्यापार महासंघ एक टीम का गठन करेगा जो इन सभी व्यवस्थाओ को अमल में लाने के लिए कार्य करेगी  ।