नई दिल्ली। डिजिटल करंसी लाइटकॉइन ने आईओटीए को हटाकर क्रिप्टोकरंसी लिस्ट में चौथा स्थान हासिल कर लिया। मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में लिटकॉइन बिटकॉइन, इथेरियम और बिटकॉइन कैश के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी बन गई है।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 0.88 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ लिटकॉइन 16,313 रुपये के आसपास ट्रेड कर रही थी। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लिटकॉइन की कीमत करीब 253 डॉलर है। सालाना आधार पर 12 दिसंबर तक लिटकॉइन की कीमत 5700 प्रतिशत उछल गई जबकि इस दौरान बिटकॉइन को महज 1550 प्रतिशत मजबूत हुई थी।
आईओटीए और रिपल का मार्केट कैपिटलाइजेशन क्रमशः 0.75 लाख और 0.67 लाख करोड़ रुपये है। आईओटीए 270.59 रुपये जबकि रिपल 17.28रुपये के आसपास ट्रेड कर रही थी। बिटकॉइन और इथेरियम के बाद आईओटीए तीसरी पीढ़ी के ब्लॉकचेन का प्रतिनिधित्व करती है। यह कोई सामान्य ब्लॉकचेन नहीं, बल्कि पूरी तरह नया कॉन्सेप्ट है। स्टार ऑफ द ईयर बिटकॉइन की कीमत 10.73 लाख रुपये के करीब है।