अपने व्यक्तित्व को विराट बनाने के लिए पढ़ना नहीं छोड़ें: नितिन विजय

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मोशन एजुकेशन में विद्यार्थियों की समस्याओं पर मंथन

कोटा। मोशन एजुकेशन के संस्थापक ओर सीईओ नितिन विजय ने कहा कि शिक्षा ही बदलाव का जरिया है। यदि जिंदगी को अपग्रेड करना है तो पढ़ते रहो और आगे बढ़ते रहो। वे शनिवार को शिक्षा का महा-उत्सव के दौरान संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मोशन के शिक्षकों ने विद्यार्थियों की समस्याओं ओर उनके निराकरण पर मंथन किया।

नितिन विजय ने कहा कि ज्ञान होना और उस जानकारी को बच्चों को समझा पाना, दो अलग-अलग बातें हैं। इसलिए जरूरी नहीं कि ज्यादा ज्ञानी अच्छा भी शिक्षक होगा। इसलिए टीचर्स को सरल, स्पष्ट और सरस होना पड़ेगा। बच्चों से कनेक्ट होकर रिश्ता बनाना पड़ेगा।

मोटीवेटर, बड़ा भाई या दोस्त बनना पड़ेगा। शिक्षा का स्वरूप बदल रहा है, इसके अनुरूप हमें भी बदलना है और हम बदल भी रहे हैं। इसीलिए आज मोशन एजुकेशन मिनिमम प्राइज प्वाइंट पर क्वालिटी और कस्टमाइज एजुकेशन के लिए जाना जाता है।

उन्होंने फेकल्टीज को सलाह दी कि इसके लिए हमको विद्यार्थी बने रहकर लगातार सीखते रहना होगा। अपने व्यक्तित्व को विराट बनाने के लिए पुस्तकों, ऑडियो बुक्स और यू-ट्यूब, जहां से भी सीखने को मिले, सीखते रहो।

उन्होंने कहा कि यह विश्वास और निरंतर उत्कृष्टता की खोज का उत्सव है। शिक्षा का महा-उत्सव 15 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान मोशन के विभिन्न ऑनलाइन कोर्सेज और टेस्ट सीरीज आदि पर 80 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी।

शिक्षा का महा-उत्सव के तहत शनिवार को ऑन लाइन बनाम ऑफ़ लाइन पढ़ाई, लाइव क्लास बनाम रिकॉर्डेड लेक्चर, अर्ली स्टार्ट बनाम ड्राप लेकर तैयारी, डाउट काउंटर बनाम वीडियो सोल्यूशन, मॉड्यूल बनाम बुक्स से पढाई, इंजीनियर बनाम डॉक्टर का करियर सहित टेस्ट और एक्जाम की तैयारी से जुड़े दस विषयों पर संस्थान के शिक्षाविदों के बीच खुली डिबेट हुई।

इसमें ज्वाइट डायरेक्टर रामरतन द्विवेदी, अमित वर्मा, डायरेक्टर डॉ. स्वाति विजय, डिप्टी डायरेक्टर निखिल श्रीवास्तव, डॉ. आशीष माहेश्वरी, आशीष बाजपेई, जितेंद्र चांदवानी, ललित विजय सहित अन्य सीनियर फैकल्टी ने भाग लिया।

विजेताओं को मोशन एजुकेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र विजय और डायरेक्टर सुशीला विजय ने पुरस्कार दिए। शिक्षा का महा-उत्सव में हुए मंथन को रविवार शाम 6.30 बजे से मोशन एजुकेशन और एनवी सर के सोशल मीडिया हैंडल्स पर देखा जा सकेगा।