नई दिल्ली। Rule change मोबाइल और फास्टैग यूजर्स के लिए 1 अगस्त यानि गुरुवार से नियम बदलने जा रहे हैं। इसका सीधा असर ऑनलाइन कामकाज पर पड़ेगा। ऐसे में आपको 1 अगस्त से पहले कुछ कामकाज को निपटा लेना चाहिए, जिन नियमों में बदलाव हो रहा है, उसमें गूगल मैप, फास्टैग और आईटीआर शामिल हैं। ऐसे में आपके लिए इन बदलाव को जानना जरूरी है, वरना आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मैप बिलिंग पॉलिसी
गगूल मैप की तरफ से बिलिंग पॉलिसी में बदलाव किया गया है, जो 1 अगस्त 2024 से लागू हो रहा है। नए बदलाव के बाद गूगल मैप की तरफ से भारतीयों के लिए लगने वाले चार्ज में 70 फीसद की कटौती की गई है। इतना ही नहीं, गूगल मैप ने अपनी फीस को डॉलर की जगह में भारतीय रुपये में लेने का वादा किया है। गूगल मैप की फीस में कटौती का असर आम यूजर्स पर देखने को नहीं मिलेगा। यह उन यूजर्स पर लगेगा, जो बिजनेस के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं।
गूगल मैप फीस में कितनी का हुआ बदलाव
गूगल 1 अगस्त से पहले तक भारत में नेविगेशन के लिए 4 से 5 डॉलर मंथली फीस लेता था। लेकिन अब 1 अगस्त 2024 के बाद इसे कम करके 0.38 से लेकर 1.50 डॉलर कर दिया गया है।
फास्टैग के नए नियम होंगे लागू
1 अगस्त से देशभर में फास्टैग के नए नियम लागू हो रहे हैं। ऐसे में वाहन चालक के लिए 1 अगस्त से फास्टैग KYC अनिवार्य होगा। नए नियम के तहत तीन से पांच साल पुराने फास्टैग हैं, तो आपको केवाईसी अपडेट कराना होगा। वही 5 साल से ज्यादा पुराने फास्टैग को 31 अक्टूबर से पहले तक बदलना होगा।
ऑनलाइन आईटीआर फाइलिंग
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने का आज आखिरी दिन है। अगर आप 31 जुलाई 2024 तक आईटीआर फाइल नहीं करते हैं, तो आपको 1 अगस्त 2024 से फाइन देना होगा। नियम के मुताबिक 5 लाख से कम आमदनी वाले को 1 अगस्त के बाद 1000 रुपये पेनाल्टी देनी होगी। साथ ही 5,000 रुपये तक जुर्माना देना पड़ सकता है।
कैसे ऑनलाइन भरें आईटीआर
- सबसे पहले आपको इनकम टैक्स की वेबसाइट https://www.incometax.gov.in/iec/foportal पर जाना होगा।
- अगर आप पहली बार आईटीआर भर रहे हैं, तो आपको पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। या फिर आपको लॉगिन आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगिन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन करा होगा।
- इसके बाद आपको Individual/HUF सेक्शन पर जाना होगा। और फिर अगर सैलरीड हैं, तो उस ऑप्शन पर टैप करें।
- इसके बाद ITR-1 यानी SAHAJ फार्म फिल करना होगा।
- आपकी कंपनी की ओर जारी Form 16 डिटेल के आधार पर आपको आईटीआई फॉर्म में डिटेल दर्ज करनी होगी।
- इसके बाद ईमेल आईडी और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से वेरिफाई करना होगा।
- फिर आपको सब्मिट करना होगा। इसके बाद आधार नंबर से ओटीपी के जरिए वेरिफाई करना होगा।