क्या अगस्त में सोयाबीन की वायदा कीमतों में तेजी आएगी, जानिए एक्सपर्ट की राय

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शिकागो। अमरीका में सोयाबीन की बिजाई समाप्त होने के बाद फसल अभी विकास के विभिन्न चरणों में हैं और इसकी कटाई-तैयारी शुरू होने में कई सप्ताहों का समय बाकी है।

इस बीच सोयाबीन का भाव घटकर पिछले करीब चार साल के नीचले स्तर पर आ गया है जिससे बाजार विश्लेषक यह समझ नहीं पा रहे हैं कि आगामी सप्ताहों के दौरान कीमतों की दशा और दिशा कैसी रहेगी।

दरअसल इस बार अमरीका में सोयाबीन का शानदार उत्पादन होने के आसार हैं। अब सवाल उठता है कि क्या इसके दाम में नरमी का सिलसिला जारी रहेगा या वर्तमान मूल्य स्तर के आसपास ही स्थिर बना रहेगा।यह प्रश्न भी मौजूद है कि सोयाबीन का उत्पादन घट तो नहीं जाएगा ? इस तिलहन फसल के दाम में उतार-चढ़ाव का माहौल जल्दी बनेगा या देर से पैदा होगा।

यदि यह मान लिया जाए कि सोयाबीन का दाम घटकर तलहट्टी में आ गया है तो वे कौन से कारक है जो इसमें तेजी लाने में सहायक साबित हो सकते हैं ? क्या ऐसी तेजी की कोई खास उम्मीद है ? अगस्त में सोयाबीन के वायदा कारोबार एवं भाव पर प्रभाव डालने वाले चार कारकों पर नजर रखना आवश्यक है।

पहला महत्वपूर्ण कारक है मौसम, अगस्त का महीना सोयाबीन की फसल के लिए मौसम की दृष्टि से बनाने या बिगाड़ने वाला साबित होता है।

फिलहाल कुल मिलाकर अमरीका में मौसम की हालत काफी हद तक अनुकूल है और सोयाबीन की 68 प्रतिशत फसल उत्साहवर्धक स्थिति में आंकी जा रही है। यदि अगस्त में मौसम गर्म एवं शुष्क रहा तो सोयाबीन की कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है।

दूसरा कारक अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) की मासिक रिपोर्ट है जो 12 अगस्त को जारी होने वाली है। हालांकि यह नियमित मासिक फसल समीक्षा रिपोर्ट होगी मगर इसमें अनेक पहलुओं को अपडेट किया जाएगा।फसल की स्थिति, उपज दर, क्वालिटी तथा स्टॉक की हालत आदि पर नई जानकारी सामने आएगी जिससे वायदा भाव आंशिक रूप से प्रभावित हो सकता है।

तीसरा कारक निवेशकों एवं सटोरियों की वित्तीय दशा है जिस पर नजर रखने की आवश्यकता है। जुलाई के अंत में उसके पास 1.85 लाख से अधिक अल्पकालीन अनुबंध मौजूद रहने की संभावना है। यदि बिक्री की गति तेज हुई तो वायदा मूल्य पर दबाव बढ़ सकता है। चौथा कारक अगस्त में सोयाबीन की निर्यात मांग है।

यह देखना आवश्यक होगा कि 2024-25 सीजन के उत्पादन से कितनी मात्रा में सोयाबीन का अग्रिम निर्यात अनुबंध होता है जिसकी डिलीवरी अक्टूबर में या उसके बाद की जाएगी। चीन की खरीद पर सबका ध्यान केन्द्रित रहेगा।