इस बार भी कोटा के दोनों नगर निगम साथ मिलकर मनायेंगे दशहरा मेला!

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-कृष्ण बलदेव हाडा –
कोटा। राजस्थान में कोटा के नगर निगम (उत्तर) की महापौर मंजू मेहरा ने उम्मीद जताई है कि पिछले साल की तरह इस बार भी कोटा के दोनों नगर निगम मिलकर संयुक्त रूप से ऐतिहासिक दशहरा मेला का आयोजन करेंगे।

उन्होने गुरूवार को बताया कि 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी से पूर्व मेला दशहरा के आयोजन की तैयारी प्रारंभ करने हेतु गणपति स्थापना एवं पूजन किए जाने के संबंध में भी दोनो नगर निगमो के आयुक्तो को पत्र लिखा गया है।

महापौर मेहरा ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय दशहरा मेला 2023 का आयोजन जिस प्रकार से नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण ने संयुक्त रूप से किया गया था,उसी प्रकार से गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय दशहरा मेंला 2024 का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 की तुलना में इस बार परिस्थितियां अलग है। उस समय दोनों ही नगर निगमों में महापौर कांग्रेस पार्टी के थे। मंजू मेहरा कोटा उत्तर की तो राजीव अग्रवाल कोटा दक्षिण के महापौर थे लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव से पहले कोटा दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल भारती कांग्रेस छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए लेकिन उन्होंने महापौर पद नहीं छोडा और अभी भी महापौर बने हुए हैं।

जबकि कांग्रेस पार्टी और उसके पार्षद दलबदल के कारण उन पर पद छोड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं लेकिन वे पद छोड़ने को तैयार नहीं है बल्कि यह दावा किया जाता है कि महापौर के अलावा कुछ कांग्रेस पार्षदों के भी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के कारण कांग्रेस अल्पमत में आ गई है, लेकिन कांग्रेस के पार्षद इस दावे को खारिज करते आ रहे हैं।

कोटा दक्षिण की वित्त समिति के अध्यक्ष देवेश तिवारी कहते है कि नैतिकता का तकाजा तो यही था कि कोटा नगर निगम दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल भारती ने जिस दिन दलबदल कर कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की शरण ली थी, उसी दिन उनको महापौर का पद छोड़कर निगम की सुविधाओं को त्याग देना चाहिए था।

लेकिन सारी नैतिकताओं को ताक में रख कर वे न केवल पद से चिपके हुए हैं बल्कि निगम की ओर से मिलने वाली सारी सुविधाओं का अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए भरपूर दोहन कर रहे हैं। ऐसे में नैतिकता की बात करना ही व्यर्थ है।

इस बीच कोटा उत्तर निगम की 12 जुलाई को होने वाली साधारण सभा की बोर्ड बैठक अपरिहार्य कारणो से निरस्त हो गई है। अब कोटा उत्तर निगम की महापौर मंजू मेहरा ने आयुक्त को साधारण सभा (बोर्ड) बैठक की नई तिथि तय करने एवं एजेंडा, समय व तिथि निर्धारित किए जाने के लिए पत्र लिखा है।