Kota Result: कोटा में सभी सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिली, फिर भी चुनाव हारी

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पिछले विधानसभा चुनाव के बाद हुये इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगभग सभी सीटों पर बढ़त मिली, फ़िर भी चुनाव हार गई। केवल रामगंजमंडी में विधानसभा चुनाव के बाद इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पिछड़ी है। बूंदी जिले में भी यही स्थित रही। हालांकि चुनाव नतीजा आने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने अपनी हार को जनादेश के रूप में स्वीकार किया और कहा कि उन्हें तो चुनाव जीतने की पूरी उम्मीद थी लेकिन कहीं कोई चूक रह गयी जिसकी वजह से हार का सामना करना पड़ा जिसकी कार्यकर्ताओं के साथ मिल-बैठकर समीक्षा करेंगे। सच्चाई यह भी है कि इस चुनाव में उन्होंने और उनके समर्थकों ने मेहनत में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। कांग्रेस नेताओं का भी भरपूर सहयोग मिला, फ़िर भी पराजय क्यों हुई, इसका मूल्यांकन आवश्यक है।

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
Lok Sabha Election 2024 Result राजस्थान में कोटा संभाग की दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर से जीत दर्ज कर पार्टी का वर्चस्व बरकरार रखा। हालांकि कोटा में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को लगभग सभी सीटों पर बढ़त मिली,फ़िर भी चुनाव हार गई।

प्रदेश की सबसे अधिक प्रतिष्ठापूर्ण सीटों में शामिल कोटा-बूंदी संसदीय सीट पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लगातार तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीतकर तिकड़ी बनाई वहीं झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के दुष्यंत सिंह ने लगातार पांचवीं बार जीत कर रिकॉर्ड कायम किया।

कोटा संसदीय सीट पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल के बीच था। इस कड़े मुकाबले में श्री बिरला ने श्री गुंजल को 41 हजार 974 मतों से पराजित किया। श्री बिरला को कुल 7 लाख 50 हजार 496 मत प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल को 7 लाख 8 हजार 522 मत मिले।इस संसदीय क्षेत्र से भाजपा के श्री बिरला की यह लगातार तीसरी जीत थी, लेकिन उन्होंने इस बार सबसे कम मतों के अंतर से चुनाव जीत दर्ज की।

ओम बिरला निर्वाचन अधिकारी से जीत का सर्टिफिकेट प्राप्त करते हुए ।

पिछला वर्ष 2019 का चुनाव श्री बिरला ने कांग्रेस के रामनारायण मीणा को 2 लाख 79 हजार 677 मतों के बड़े अंतर से हराकर जीता था जबकि इसके पहले वर्ष 2014 के चुनाव में उन्होंने तात्कालिक सासंद और कोटा के पूर्व राजपरिवार के सदस्य इज्यराज सिंह को 2 लाख 842 मतों के अन्तर से हराकर जीत दर्ज की थी जो इस बार 41 हजार के आसपास सिमट कर रह गई।

चुनाव नतीजा आने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने अपनी हार को जनादेश के रूप में स्वीकार किया और कहा कि उन्हें तो चुनाव जीतने की पूरी उम्मीद थी लेकिन कहीं कोई चूक रह गयी जिसकी वजह से हार का सामना करना पड़ा जिसकी कार्यकर्ताओं के साथ मिल-बैठकर समीक्षा करेंगे। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला चुनाव नतीजा आने के बाद मतगणना स्थल कोटा के जे डी बी कॉलेज पहुंचे जहां जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने उन्हे प्रमाण पत्र सौंपा।

चुनाव नतीजों से यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि है कि नवम्बर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद रामगंजमंडी सीट पर भाजपा को मामूली बढ़ोतरी को छोड़कर सभी जगह कांग्रेस को बढ़त मिली, फ़िर भी कांग्रेस कैसे चुनाव हार गई।

विधानसभा चुनाव में कोटा उत्तर से कांग्रेस प्रत्याशी शांति धारीवाल को 94,899 वोट मिले थे जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल को 92,413 मत मिले थे लेकिन इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इस सीट से लगभग बराबर से ही 94, 878 मत मिले हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी को 83,560 मत ही मिले लेकिन कोटा दक्षिण में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 83,431 मत मिले थे जो लोकसभा चुनाव में बढकर 1 लाख 5 हजार 645 हो गए।

विधानसभा चुनाव में लाड़पुरा में भी भारतीय जनता पार्टी को को लोकसभा चुनाव में 1,21,248 मत व कांग्रेस को 95,726 मिले जो लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 1 लाख 14 हजार 066 एवं कांग्रेस प्रत्याशी को 99051 मत हो गए। यहां भी कांग्रेस को बढ़त हासिल हुई लेकिन रामगंजमंडी में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 1 लाख 3 हजार 504 वोट मिले थे जो लोकसभा में बढ़कर 1 लाख 6 हजार 327 हो गए। कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 85 हजार 082 वोट मिले थे जो लोकसभा में 79,611 ही रह गये।

सांगोद में भी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 93,434 वोट मिले जो लोकसभा में घटकर 77,497 रह गए। यहां भी कांग्रेस के पक्ष में मतदान बढ़ा। कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 67,849 मत मिले थे जो लोकसभा में 72,166 हो गए। पीपल्दा सीट पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 89,281 मत मिले थे जो लोकसभा में घटकर 82,029 रह गए जबकि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 68,276 मत मिले थे जो लोकसभा में 59,699 रह गए।

बूंदी जिले में भी बूंदी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 1,00,107 मत मिले थे जो लोकसभा में मामूली बढकर 1,00,995 हो गए जबकि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 81,293 मत मिले थे जो लोकसभा चुनाव में 81,501 की मामूली बढ़ोतरी ले गए जो ज्यादा नहीं है।

केशवरायपाटन के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 1,01,541 वोट मिले थे जो लोकसभा में मामूली बढ़ोतरी के साथ 1,03,896 हो गए जबकि भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनाव में 84,454 वोट मिले थे जो लोकसभा चुनाव में घटकर 81,501 रह गए।

झालावाड़ से दुष्यंत सिंह लगातार पांचवीं बार जीते
उधर कोटा संभाग की दूसरी संसदीय सीट झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र पर भारतीय जनता पार्टी के दुष्यंत सिंह ने लगातार पांचवीं बार जीत कर रिकॉर्ड कायम किया। श्री दुष्यंत सिंह राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी श्रीमती वसुंधरा राजे के पुत्र है। इस सीट से श्री दुष्यंत सिंह ने एक बार फिर कांग्रेस की प्रत्याशी और बारां की जिला प्रमुख श्रीमती उर्मिला जैन भाया को हराया जो पिछली गहलोत सरकार में मंत्री थे। इसके पहले श्री दुष्यंत सिंह श्रीमती उर्मिला जैन ‘भाया’ को वर्ष 2014 के चुनाव में भी हरा चुके हैं।