जयपुर / हिसार। कभी अब आर्थिक तंगी से जूझ रही है। साध्वियों से रेप मामले में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के पास अपना केस लड़ने के लिए पैसे नहीं है।
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त को सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी करार देने के बाद पंचकूला में हुई हिंसा के मामले में हनीप्रीत अंबाला जेल में बंद है।
हिंसा भड़कने के बाद हनीप्रीत के सभी बैंक खातों को सीज कर दिया गया था। फिलहाल उसके बैंक खातों में करोड़ों रुपये जमा हैं, लेकिन इसके बाद भी अपना केस लड़ने के लिए वकीलों को फीस अदा करने के पैसे नहीं हैं।
इस बात का खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि खुद हनीप्रीत ने अंबाला जेल प्रशासन को लिखे एक पत्र में किया है। उसने इस पत्र में गुहार लगाई है कि उसके बैंक खातों से लेन-देन पर लगाई गई रोक को हटाया जाए।
‘मेरे सीज अकाउंट खुलवाएं जाएं’
जानकारी के अनुसार, हनीप्रीत ने जेल प्रशासन को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मेरे मामले में पंचकूला एसआईटी ने चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है। अब केस कोर्ट ट्रायल पर आ गया है।
मेरे पास मुकदमा लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए मेरे सीज तीनों बैंक अकाउंट खुलवाए जाएं। अगर मेरे अकाउंट नहीं खुलवाए जाएंगे तो मैं निजी वकील कर अपनी पैरवी नहीं कर पाऊंगी, क्योंकि वकीलों को देने के लिए मेरे पास पैसे नहीं हैं।
इस बारे में अंबाला के वकील संदीप सचदेव का कहना है कि अगर किसी भी आरोपी के पास वकील को देने के लिए फीस नहीं होती है तो उसे अदालत की तरफ से वकील दिया जाता है। इस बारे में अंतिम फैसला अदालत करेगी।
7 दिसंबर को कोर्ट में पेशी
पंचकूला में हिंसा भड़काने के आरोप में एसआईटी अब तक हनीप्रीत समेत 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस इनके खिलाफ पंचकूला कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर चुकी है, जिसकी कॉपी इन्हें 7 दिसंबर को सौंपी जाएगी। उस वक्त हनीप्रीत समेत सभी आरोपित कोर्ट में पेश किए जाएंगे।