नई दिल्ली। प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर उत्पादों के आयात की निगरानी शुरू होने के पांच महीने बाद मार्च में चीन से लैपटॉप एवं टैबलेट सहित कंप्यूटरों की आवक 47.1 फीसदी बढ़ गई और 27.36 करोड़ डॉलर ये उत्पाद मंगाए गए।
मार्च में सिंगापुर से कंप्यूटरों का आयात 63.9 फीसदी घटकर 1.22 करोड़ डॉलर ही रह गया मगर हॉन्ग कॉन्ग से आयात 39.1 फीसदी बढ़कर 3.36 करोड़ डॉलर हो गया। ताइवान से आयात में भी 61.3 फीसदी वृद्धि हुई और वहां से 82.1 लाख डॉलर का माल मंगाया गया।
इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर वस्तुओं के आयात के लिए सरकार की ऑनलाइन निगरानी प्रणाली शुरू होने के बाद नवंबर में चीन से आयात 14 फीसदी घट गया था और कुल आयात में 17.2 फीसदी गिरावट आई थी। इस मार्च में इन वस्तुओं की कुल आवक में चीन की हिस्सेदारी 81.6 फीसदी थी। वित्त वर्ष 2024 के लिए यह आंकड़ा 77.7 फीसदी रहा।
पिछले साल 3 अगस्त को केंद्र सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी हार्डवेयर श्रेणी के उत्पादों जैसे लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर, अल्ट्रा-स्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर और सर्वर को प्रतिबंधित श्रेणी में डालने की घोषणा की थी।
इस घोषणा के बाद इन उपकरणों का आयात एकाएक बढ़ गया क्योंकि आयातकों तथा कारोबारियों को लगा कि बाद में इसके लिए लाइसेंस की जरूरत हो सकती है। सितंबर में इनका आयात 41.8 फीसदी बढ़ गया था और अक्टूबर में 29.7 फीसदी की वृद्धि दिखी थी। हालांकि सरकार के इस फैसले का मकसद आयात के लिए चीन पर निर्भरता कम करना थी मगर उद्योग ने इस पर गहरी चिंता जताई, जिस कारण योजना 1 नवंबर तक के लिए टाल दी गई थी।
सरकार ने एक और कदम बढ़ाते हुए ऐलान किया कि वह किसी भी क्षेत्र से इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के आयात पर रोक नहीं लगाएगी। मगर उसने एक नई संपर्क रहित आयात प्राधिकरण प्रणाली भी शुरू करने की भी घोषणा की थी। अब आयात निगरानी प्रणाली स्थापित होने के साथ ही सरकार किसी उत्पाद की खास जानकारी विभिन्न स्रोतों से जुटा सकती है।