मथुरा से नागदा खण्ड में 160 किमी प्रति घंटा प्रोजेक्ट का कार्य जुलाई में होगा पूरा

0
22

कोटा। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में मिशन रफ़्तार का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। नई दिल्ली-मुम्बई रेलमार्ग पर मिशन रफ़्तार 160 किमी प्रति घंटा प्रोजेक्ट के अन्तर्गत मंडल के नागदा से मथुरा खण्ड के मध्य कुल 545 किमी की दूरी के तीसरे/अंतिम चरण कोटा-नागदा में चल रहे कार्य को जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य है।

इस प्रोजेक्ट में नागदा-मथुरा खण्ड में कार्य कुल 2665 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। नागदा-मथुरा के मध्य मिशन रफ़्तार प्रोजेक्ट का कार्य तीन भागो में विभाजित कर किया जा रहा है, जिसमे मथुरा-गंगापुर सिटी 152 किलोमीटर, गंगापुर सिटी-कोटा 172 किलोमीटर एवं कोटा-नागदा 221 किलोमीटर शामिल है।

प्रथम चरण में मथुरा-गंगापुर सिटी खण्ड का कार्य मार्च,तक, दूसरे चरण में गंगापुर सिटी-कोटा खण्ड का कार्य मई तक एवं तीसरे/अंतिम चरण में कोटा-नागदा खण्ड का कार्य जुलाई तक शामिल है।

इसमें मुख्यतः तीन विभाग इलेक्ट्रिकल, संकेत एवं दूर संचार तथा इंजीनियरिंग द्वारा कार्य किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रमुख कार्यों में संरक्षा उद्देश्य से मवेशियों को ट्रैक पर आने से रोकने के लिए लाईन के दोनों तरफ वाऊंडरी वाल लगाने का कार्य, कवच प्रणाली, कर्व को कम करने एवं ओएचई का कार्य शामिल है।

इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अब तक नागदा से मथुरा 545 किलोमीटर की दूरी में ट्रैक के दोनों तरफ बाऊंडरी वाल लगाने का कार्य कुल 1090 किलोमीटर में से 872 किलोमीटर का कार्य अर्थात लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है, 218 किमी का शेष बचा है।

ट्रैक के दोनों तरफ सुरक्षा हेतु वर्तमान में क्रैश वेरियर का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कवच प्रणाली के तहत ब्लाक सेक्शन में कवच टावर तथा 87 विद्युत लोको में कवच सिस्टम लगाया जा रहा है।

54 से अधिक लोको में कवच सिस्टम: 87 लोको में से अबतक 54 से अधिक लोको में कवच सिस्टम लग चुके है साथ ही ओएचई का कार्य विद्युत विभाग के द्वारा मथुरा-गंगापुर सिटी खण्ड में लगभग पूरा हो चुका है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि यह कार्य महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन, डीआरएम कोटा मनीष तिवारी एवं मुख्य परियोजना प्रबंधक गति शक्ति यूनिट के नेतृत्व में मिशन रफ़्तार परियोजना के तहत किया जा रहा है।