नई दिल्ली। दुनिया के टॉप रईसों में शामिल एलन मस्क (Elon Musk) ने हाल में अपना भारत दौरा कैंसल कर दिया था। लेकिन अब वह अचानक चीन पहुंचे हैं। उनके इस दौरे को सार्वजनिक नहीं किया गया है लेकिन फ्लाइट ट्रैक करने वाले एक ऐप के मुताबिक उनके प्राइवेट जेट की लोकशन बीजिंग में पाई गई है।
रॉयटर्स की एक खबर के मुताबिक मस्क का चीन में सीनियर अधिकारियों से मिलने का कार्यक्रम है। चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है और मस्क की कंपनी टेस्ला को वहां कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने हाल में चीन में अपनी गाड़ियों की कीमत में कटौती की है। टेस्ला चीन में फुल-सेल्फ ड्राइविंग सॉफ्टवेयर लॉन्च करना चाहता है।
साथ ही कंपनी चीन में इकट्ठा किए गए डेटा को विदेश ट्रांसफर करना चाहती है ताकि ऑटोनॉमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी में इसका इस्तेमाल किया जा सके। मस्क को 21 और 22 अप्रैल को भारत दौरे पर आना था लेकिन उन्होंने इसे टाल दिया था। लेकिन अब वह अचानक चीन पहुंच गए हैं। भारत में अब तक टेस्ला ने एंट्री नहीं मारी है लेकिन चीन में लोकल कंपनियों ने उसके नाक में दम कर रखा है।
टेस्ला ने चार साल पर अपने सबसे एडवांस्ड ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर FSD को लॉन्च किया था लेकिन अब तक यह चीन के ग्राहकों को उपलब्ध नहीं हो पाया है। इसकी वजह यह है कि चीन के सरकार ने टेस्ला को देश में एकत्र किए गए आंकड़ों को विदेश ट्रांसफर करने की अनुमति नहीं दी है। मस्क ने हाल में कहा था कि चीन में जल्दी ही ग्राहकों को FSD मिल जाएगा। चीन में भी स्थानीय कंपनियां इसी तरह का सॉफ्टवेयर लॉन्च करने फायदा उठाना चाहती हैं।
क्यों चिढ़ा हुआ है चीन
टेस्ला ने करीब एक दशक पहले चीन के बाजार में एंट्री की थी और अब तक 17 लाख से ज्यादा कारें बेच चुकी है। शंघाई में उसकी दुनिया में सबसे बड़ी फैक्ट्री है। चीन में इस समय ऑटोशो भी चल रहा है। इसकी शुरुआत पिछले हफ्ते हुई थी और यह चार मई तक चलेगा। हालांकि चीन के सबसे बड़े ऑटोशो में टेस्ला को कोई बूथ नहीं है। टेस्ला भारत में भी एंट्री की तैयारी में है लेकिन चीन को यह रास नहीं आ रहा है। उसके सरकारी अखबार का कहना है कि भारत जाकर टेस्ला बर्बाद हो जाएगी क्योंकि भारत में उसकी कारों के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है।