मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के शिखर पर स्वर्ण कलश स्थापित, 125 दीपक से हुई महाआरती

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कोटा। श्री मंशापूर्ण हनुमान मंदिर प्रबंध समिति, छावनी की ओर से आयोजित चार दिवसीय श्री हनुमान जन्मोत्सव समारोह के तहत मंगलवार को मंशापूर्ण बालाजी का पंचामृत से महाअभिषेक किया गया। इस दौरान प्रतिमा का स्वर्ण श्रंगार हुआ तथा 11 पंडितों के द्वारा पूजन किया गया। वहीं रात्रि को 125 दीपक से महाआरती की गई।

इस दौरान बजरंग बली के जयकारे गूंजते रहे। दिनभर दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। इस दौरान मंदिर पर शीतला माता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ की गई। आचार्य संजय चतुर्वेदी के पौराहित्य में पंडितों ने जलाधिवास, अन्नाधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास जैसी वैदिक क्रियाएं सम्पन्न कराईं। मंदिर में आयोजित यज्ञ में भक्तों ने आहुतियां दी।

इसके बाद मंदिर के शिखर पर साढे 14 किलो वजनी और साढे 4 फीट लम्बाई का स्वर्ण कलश स्थापित किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष गजानन्द जैन, सचिव जयप्रकाश तुसिया, उपाध्यक्ष नितेश सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष लोकेन्द्र यादव, व्यवस्थापक चन्द्रशेखर शाक्यवाल, तेजेन्द्र सिंह, नरेन्द्र तुसिया, गिरीश चौधरी, योगेन्द्र सिंह, कमल शाक्यवाल, सिमरनजीत सिंह समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।

श्री हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें गायक महेन्द्र अलबेला और तनु शर्मा ने श्रीराम, वीर हनुमान के साथ विभिन्न देवी देवताओं का गुणगान करते हुए सरस भक्तिगीतों से भक्तों को सराबोर कर दिया। भजन संध्या की शुरूआत गणपति स्तुति ‘‘गौरी के नंदा गजानंद…’’ भजन की शानदार प्रस्तुति से की गई। इसके बाद ‘‘मरूधर में ज्योत जगा गयो…’’, ऐ री सखी मंगल गाओ री, धरती अम्बर सजाओ री…’’, ‘‘वारी जाऊं रे गुरू सा बलिहारी जाऊं…’’ भजन की प्रस्तुति दी।

इसके बाद ‘‘थारी जय हो पवन कुमार बजरंग बाला जी…’’, ‘‘दुनिया चले ना श्री राम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना…’’, ‘‘झालर शंख नगाडा बाजे हो, छावनी के मंदिर में हनुमान विराजे रे…’’, ‘‘जय बोलो सियावर राम की…’’, ‘‘राम से बड़ा राम का नाम…’’ सरीखे एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दी। इसके बाद देर रात तक भजनों की प्रस्तुति पर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।

सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन आज
समिति के अध्यक्ष गजानंद जैन ने बताया कि बुधवार को प्रातः 9 बजे से मंदिर प्रांगण छावनी पर सर्वजातीय निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें 31 जोड़ो का विवाह संपन्न होगा। सभी जोड़ों की बैंडबाजे के साथ निकासी निकाली जाएगी। इसके बाद तोरण, वरमाला और कन्यादान की परंपरा का निर्वहन होगा। सामूहिक विवाह सम्मेलन में विभिन्न संस्थाएं और सर्व समाज के लोग कन्यादान करेंगे। उन्होंने बताया कि बुधवार को ही दोपहर 1 बजे से विशाल आम भंडारा आयोजित किया जाएगा। जिसमें 50 हजार से अधिक लोग प्रसादी ग्रहण करेंगे। विवाह सम्मेलन के मुख्य माता पिता की बोली मंगलवार को आयोजित हुई। भण्डारे के लिए हर घर से आटा, सब्जी और किराना सामग्री आती है।