Chana Price: स्टॉक की कमी से चने के भाव में आगे तेजी आने का अनुमान

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नई दिल्ली। Chana Price prediction: चने की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है। यह लगातार दूसरा साल है, जब चने के भाव तेज बने हुए हैं। इस साल चना महंगा होने की वजह कम उत्पादन के बीच मांग मजबूत होना है। पिछले साल का स्टॉक कम होने से इस साल स्टॉकिस्ट चना खूब खरीद रहे हैं।

जिंस विश्लेषकों के अनुसार ऊंचे भाव पर भले ही छोटी अवधि (short term) में चने की कीमतों में मंदी आ जाए। लेकिन लंबी अवधि (long term) में इसके भाव और बढ़ सकते हैं।

इस महीने चना के भाव में तेजी देखने को मिली है। इस महीने की पहली तारीख को चना का भाव 5,800-5,850 रुपये था, जो अब बढ़कर 6,250 से 6,300 रुपये क्विंटल हो गया है। इस तरह इस महीने चना के भाव करीब 8 फीसदी चढ़ चुके हैं। पिछले साल इन दिनों चना करीब 5,000 से 5,100 रुपये क्विंटल बिक रहा था। जाहिर है पिछले साल की तुलना में चना के दाम 25 फीसदी से भी ज्यादा हैं।

बाजार जानकारों के अनुसार चना के दाम बढ़ने की वजह इस साल इसकी पैदावार कम होना है। कमोडिटी एक्सपर्ट इंद्रजीत पॉल ने बताया कि रबी सीजन में चने की बोआई कम होने से इस साल इसका उत्पादन कम है। सरकारी अनुमान के अनुसार चना का उत्पादन इस साल 121.61 लाख टन है। लेकिन कारोबारी अनुमान के मुताबिक यह 100 लाख टन से भी कम रह सकता है, जो पिछले साल से 10 फीसदी कम है। एक कमोडिटी विश्लेषक ने बताया कि कमजोर उत्पादन को देखते हुए स्टॉकिस्टों व दाल मिलर्स की मांग मजबूत बनी हुई है। इसलिए चना की कीमतों में तेजी आई है।

आगे क्या रह सकते हैं चना के भाव?
जिंस विश्लेषकों के अनुसार लंबी अवधि में चना के भाव और बढ़ सकते हैं। पॉल ने कहा कि छोटी अवधि यानी अगले एक से दो सप्ताह में भले ही चना के भाव 100 से 150 रुपये गिर जाएं। लेकिन लंबी अवधि में इसके भाव तेज रह सकते हैं और मौजूदा भाव से 500-600 रुपये की तेजी के साथ 6,800 से 6,900 रुपये क्विंटल तक जा सकते हैं।

बशर्ते सरकार भंडारण सीमा लगाने जैसा अन्य सख्त कदम न उठाए। एक अन्य कमोडिटी विश्लेषक ने कहा कि कम उत्पादन के बीच पिछला स्टॉक कम होने से आगे भी स्टॉकिस्ट चने की खरीद पर जोर दे सकते हैं। ऐसे में चने की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है।