Kota Airport: लंबे इंतजार के बाद कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण का रास्ता साफ

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केडीए- राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी में होगा एमओयू

कोटा। Kota Airport: कोटा और बूंदी के लिए बड़ी खुशखबरी है। शंभूपुरा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयास से गुरूवार को एयरपोर्ट निर्माण की आखिरी बाधा भी दूर हो गई। राज्य सरकार ने केडीए, नागरिक उड्डयन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच होने वाले एमओयू को मंजूरी देकर उसे एयरपोर्ट अथॉरिटी को आगे की कार्यवाही के लिए भेज दिया है।

शंभूपुरा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट निर्माण के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। एयरपोर्ट के भूमि आवंटित करवाने के प्रयास 2022 से किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आवश्यक राशि जमा नहीं करवाने के कारण यह मामला लटका रहा।

राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला इस मामले में सक्रिय हो गए। पहले वन भूमि के डायवर्जन की 39 करोड़ रूपए की बकाया राशि जमा करवाई। इसके बाद एयरपोर्ट के लिए चिन्हित भूमि से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए एमओयू हुआ।

अब इस पूरे मामले में कोटा विकास प्राधिकरण, राज्य सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच एमओयू होना ही बाकी रह गया था। एमओयू के लिए राज्य सरकार की ओर से ड्राफ्ट तैयार कर मुख्य सचिव सुंधाष पंत ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष को आगे की कार्यवाही के लिए भेज दिया है। जल्द ही तीनों पक्ष एमओयू पर हस्ताक्षर कर देंगे। इसके बाद डीपीआर तैयार होते ही एयरपोर्ट का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा।

इस तरह बदला माहौल
राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को भार रहित भूमि एयरपोर्ट अथॉरिटी को संभलाने के लिए 127 करोड़ रुपए की राशि जमा करवानी थी। लेकिन 26 मई 2022 से 29 अगस्त 2023 के बीच वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा भेजे गए दो दर्जन से अधिक स्मरण पत्रों के बाद भी महज 21 करोड़ रुपए ही जमा करवाए गए। लेकिन विधान सभा चुनाव के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही माहौल बदल गया। सरकार गठन के 15 दिन के अंदर 22 दिसम्बर को न्यास ने डायवर्जन राशि के शेष 39 करोड़ रुपए जमा करवा दिए। पावर ग्रिड और न्यास के बीच बार-बार टल रहा हाईटेंशन लाइन शिफ्टिंग का एमओयू भी 13 मार्च को हो गया। अब केडीए, राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच एमओयू भी अंतिम चरण में है।

तीन किलोमीटर से अधिक लम्बा होगा रनवे
कोटा एयरपोर्ट का रनवे करीब 3200 मीटर लम्बा और 45 मीटर चौड़ा होगा। कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट से ए-321 एयर बस जैसे बड़े विमान उड़ान भर सकेंगे। एयरपोर्ट के एप्रन में ए-320 एयर बस जैसे बड़े तीन बड़े विमानों की पार्किंग हो सकेगी। पहले फेज के निर्माण के बाद प्रतिदिन 1000 यात्रियों आवागमन-प्रस्थान हो सकेगा। एयरपोर्ट परिसर में 250 कार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की पार्किंग की सुविधा रहेगी।