जीएसटी समाधान शिविर में भी नहीं हुआ उद्यमियों की समस्याओं का समाधान
कोटा। हाड़ौती के प्रमुख कोटा स्टोन उद्योग को राज्य सरकार ने बढ़ी हुई रॉयल्टी दरें वापस लेकर बहुत बड़ी राहत प्रदान की है। किन्तु केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के कोटा स्टोन पर 18 प्रतिशत की GST दर के बयान के बाद उद्यमियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
यह मानना है हाड़ौती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष छुट्टन लाल शर्मा का। उन्होने हमारे चैनल को एक भेंट में बताया कि वित्त मंत्री के बयान के बाद उद्यमी माल की बिलिंग नहीं कर पा रहे हैं। कुछ 5 तो कुछ 18 प्रतिशत में बिल काट रहे हैं।
अधिकारी इस मामले में स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं. इसके बाद दी एएसआई एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती और केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग की ओर से बुधवार को पुरुषार्थ भवन में जीएसटी समाधान शिविर का आयोजन किया गया।
वहां भी शर्मा ने जीएसटी की दरों पर हो रहे भ्रम को दूर करने का आग्रह किया। सीजीएसटी के डिप्टी कमिश्नर नरेश बुन्देल ने उद्यमियों का आश्वत किया कि 3 दिसंबर को कमिश्नर कोटा आएगी, उनके सामने अपना प्रजेंटेशन देंगे, तो शायद समस्या दूर हो सके।
इस मौके पर एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल ने बुन्देल को कोटा स्टोन के अलग -अलग सेम्पल दिखाकर बताया कि फैक्ट्री में सिर्फ स्टोन की चिराई होती है। उन्होंने कोटा स्टोन की टाइल्स भी उन्हें दिखाई।
इस अवसर पर उद्यमियों ने जीएसटी रिटर्न, रिफंड समेत कई समस्याएं उपायुक्त बुन्देल के सामने रखी. शिविर में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम भाटिया और सचिव राजकुमार जैन भी मौजूद थे।