नई दिल्ली। चालू सीजन के दौरान उत्पादक राज्य गुजरात, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में बिजाई का क्षेत्रफल घटने के कारण इस वर्ष देश में धनिया की पैदावार गत वर्ष की तुलना में कम रहेगी। जिस कारण से आगामी दिनों में धनिया की कीमतें मजबूत रहने के अनुमान लगाये जा रहे हैं।
चालू सप्ताह के दौरान उत्पादक केन्द्रों की मंडियों सहित खपत केन्द्रों पर भी धनिया के भाव 100 से 200 रुपए मंदे बने रहे। मगर सूत्रों का कहना है कि वायदा में जनवरी माह की मिती कटने के पश्चात कीमतों में अवश्य ही सुधार होगा।
बिजाई : धनिया के प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में इस वर्ष धनिया की बिजाई गत वर्ष के 2.21 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 1.24 लाख हेक्टेयर पर ही हुई है। जबकि राजस्थान में बिजाई 48 हजार हेक्टेयर पर की गई है गत वर्ष राजस्थान में धनिया की बिजाई 54 हजार हेक्टेयर पर की गई थी हालांकि व्यापारी वर्ग सरकारी आंकड़ों से सहमत नहीं है। व्यापारियों का मानना है कि राजस्थान में बिजाई 55 से 60 प्रतिशत ही हुई है। उल्लेखनीय है कि बीते सीजन में ईसबगोल, सौंफ, जीरा की उचित कीमतें मिलने के कारण धनिया की बिजाई का क्षेत्रफल घटा है। मध्य प्रदेश में भी बिजाई गत वर्ष की तुलना में 25 से 30 प्रतिशत कम रहने के समाचार हैं।
नुकसान की आशंका: बाजार सूत्रों का कहना है कि गुजरात छोड़कर मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में मौसम फसल के प्रतिकूल बना हुआ है। जिस कारण से धनिया की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता भी प्रभावित होने की संभावना है। व्यापारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में विगत एक सप्ताह से कोहरा होने के कारण पौधों को धूप नहीं मिल रही है। अगर आगामी सप्ताह भी मौसम ऐसा ही रहा तो फसल को अवश्य ही नुकसान होगा। मौसम विभाग द्वारा जारी किए अनुमानों के अनुसार 10-11 जनवरी को राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। अगर बारिश होती है तो उत्पादन पूर्वानुमानों की तुलना में ओर भी कम रहेगा।
उत्पादन अनुमान: उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई घटने के कारण इस वर्ष देश में धनिया का उत्पादन एक करोड़ बोरी के आसपास होने की संभावना है। बशर्ते आगामी दिनों में मौसम फसल के अनुकूल रहे। गत वर्ष धनिया का उत्पादन 1.50 से 1.60 करोड़ बोरी का रहा था। वर्ष 2022 में उत्पादन 85 से 90 लाख बोरी एवं वर्ष 2021 में उत्पादन 1.10 से 1.15 करोड़ बोरी का रहा था।
स्टॉक : गत वर्ष रिकॉर्ड उत्पादन होने के कारण वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों पर धनिया का स्टॉक गत वर्ष की तुलना में अधिक माना जा रहा है। गत वर्ष उत्पादक केन्द्रों पर धनिया का स्टॉक 15 से 20 लाख बोरी का था जोकि इस वर्ष 40 से 45 लाख बोरी होने के समाचार है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 के दौरान स्टॉक 28 से 30 लाख बोरी एवं वर्ष 2021 में स्टॉक, 40 से 42 लाख बोरी का था। वर्तमान में गुजरात की मंडियों में धनिया का स्टॉक 20 से 25 लाख बोरी एवं मध्य प्रदेश में 10 से 12 लाख बोरी के आलावा राजस्थान में भी 8 से10 लाख बोरी का स्टॉक होने के अनुमान लगाये जा रहे हैं।
धारणा तेजी की: सूत्रों का कहना है कि धनिया की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की मंडियों में नए धनिया का श्री गणेश हो चुका है। जनवरी अंत तक नए मालों की आवक धीरे-धीरे शुरू होने की संभावना है। व्यापारियों का कहना है कि उत्पादन कम होने के कारण इस वर्ष नए धनिया के भाव ऊंचे ही खुलेंगे। चालू सप्ताह के दौरान गोंडल मंडी में नए धनिया का मुहूर्त व्यापार 360 रुपए का हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि वर्ष 2024 के दौरान धनिया की कुल उपलब्धता खपत एवं निर्यात के मुकाबले कम रहेगी। जिसका असर कीमतों पर तेजी का रहेगा।
निर्यात: वर्ष 2023 के दौरान धनिया की कीमतें कम होने के कारण धनिया का रिकॉर्ड निर्यात किया गया। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान धनिया का निर्यात 76848.28 टन का किया गया है जबकि अप्रैल-अक्टूबर 2022 में निर्यात 24790.62 टन का हुआ था। वर्ष 2022-23 (अप्रैल-मार्च) के दौरान धनिया का कुल निर्यात 54481.49 टन का हुआ था जबकि वर्ष 2021-22 में निर्यात 48656 टन का किया गया था।