जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने वरिष्ठ बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ को राजभवन में आयोजित समारोह में प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई है। समारोह में सीएम भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहे। राज्यपाल कलराज मिश्र राजभवन में आज शाम 4.30 बजे शपथ दिलाई।
राज्यपाल ने कालीचरण सराफ के सहयोग के लिए तीन सदस्यीप पैनल भी बनाया है। जिसमें किरोड़ी लाल मीणा, प्रताप सिंघली और दयाराम परमार शामिल है। बता दें वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ जयपुर की मालवीय नगर विधानसभा से इस बार चुनाव जीते है। इस बार उन्होंने हैट्रिक लगाई है। जबकि खास बात यह है कि तीनों ही बार कांग्रेस की अर्चना शर्मा को हराया है। इस बार भी अर्चना शर्मा को हार का सामना करना पड़ा है।
बता दें वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ जयपुर की मालवीय नगर विधानसभा से इस बार चुनाव जीते है। इस बार उन्होंने हैट्रिक लगाई है। जबकि खास बात यह है कि तीनों ही बार कांग्रेस की अर्चना शर्मा को हराया है। इस बार भी अर्चना शर्मा को हार का सामना करना पड़ा है।
सराफ वसुंधरा राजे गुट के नेता माने जाते हैं। वसुंधरा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। इस बार माना जा रहा है कि कि उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं मिलेगी। इसलिए ही शायद उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। सराफ कई बार मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में संभावना कम है कि उन्हें मंत्री बनाया जाए। चर्चा यह है कि भजन कैबिनेट में नए चेहरों को मौका मिलेगा।
किरोड़ी लाल पैनल में शामिल: जबकि सराफ के सहयोग के लिए तीन वरिष्ठ विधायकों का पैनल बनाया गया है। जिसमें किरोड़ी लाल मीणा, प्रताप सिंघवी और दयाराम परमार को शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि किरोड़ी लाल मीणा के निशाने पर सीएम गहलोत रहे हैं। पांच साल में सबसे ज्यादा मुखर आवाज किरोडी लाल ने ही उठाई है। लेकिन डिप्टी सीएम नहीं बनाए जाने से उनके समर्थक नाराज है। पांच साल में इन्होंने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ जितनी आवाज उठाई है, जितने विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुए हैं, उतना शायद ही बीजेपी के किसी और नेता ने किया है। बात चाहे सरकारी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्रों के लीक होने में राज्य सरकार के करीबी लोगों की कथित संलिप्तता का खुलासा करना हो, या फिर मीडिया के साथ मिलकर छापे मारने की बात हो, हर जगह मीणा ही नजर आए हैं।