मुंबई/लंदन/जयपुर। विवादों में घिरी फिल्म पद्मावती को ब्रिटिश सेंसर बोर्ड ने बिना कोई कट लगाए मंजूरी दे दी है। ब्रिटिश बोर्ड ऑफ फिल्म क्लासिफिकेशन (बीबीएफसी) ने फिल्म को 12ए रेटिंग दी है।
इसका मतलब यह हुआ कि 12 साल से छोटे बच्चे अकेले यह फिल्म नहीं देख पाएंगे। हालांकि, फिल्म निर्माता कंपनी वायाकॉम18 के सूत्रों ने कहा कि भारत में सेंसर बोर्ड की मंजूरी से पहले फिल्म विदेशों में रिलीज नहीं होगी। पहले फिल्म 1 दिसंबर को दुनियाभर में रिलीज होनी थी।
इसके लिए करीब 50 देशों में इसके सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि, इतिहास के साथ छेड़छाड़ के आरोपों पर विवाद बढ़ने और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की मंजूरी में देरी होने के चलते भारत में इसकी रिलीज की तारीख टालनी पड़ी है।
विदेशों में रिलीज रोकने के लिए 28 को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
फिल्म पद्मावती को विदेशों में रिलीज करने पर रोक लगवाने के लिए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। एडवोकेट एमएल शर्मा की याचिका पर कोर्ट 28 नवंबर को सुनवाई करेगा।
शर्मा का दावा है कि फिल्म निर्माता की ओर से तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के लिए उन पर आपराधिक कार्रवाई होनी चाहिए। इससे पहले शर्मा ने विवादित दृश्य हटवाने की याचिका दायर की थी, जो कोर्ट ने खारिज कर दी थी।
रक्त से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
पद्मावती के विरोध में चित्तौड़ दुर्ग के प्रवेश द्वारा पाडनपोल पर गुरुवार को 15वें दिन भी धरना जारी रहा। जौहर स्मृति संस्थान के सदस्यों ने केंद्र सरकार को आगाह किया गया कि संजय लीला भंसाली ने यदि इस फिल्म का प्रदर्शन विदेश में किया तो आंदोलन उग्र किया जाएगा।
सरकार सर्व समाज सर्व धर्म की भावनाओं की कद्र करते हुए फिल्म का प्रदर्शन रोके। उधर, यूथ फॉर चेंज सोसायटी के कार्यकर्ताओं ने रक्त से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन लिखकर सौंपा।