चुनाव आयोग ने कांग्रेस के ‘7 गारंटी योजना’ विज्ञापन पर लगाई रोक, जानिए क्यों

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जयपुर। Congress Advertisement Banned: राजस्थान में चुनाव आयोग ने कांग्रेस के मिस्ड कॉल वाले विज्ञापन पर रोक लगाई। साथ ही कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा है। बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता से मांग की थी।

बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ चुनाव आयोग को अखबारों में कांग्रेस की सात गारंटी का जादू, 156 सीटों पर कांग्रेस की जीत पक्की और कांग्रेस की सात गारंटी का जादू शीर्षक से भ्रामक विज्ञापन छपने की शिकायत दर्ज की। इसमें कहा गया कि इन विज्ञापनों में कहीं भी किसी विज्ञापन या प्रभाव फीचर का जिक्र नहीं था।

भाजपा ने शिकायत में कहा कि विज्ञापन राज्य स्तरीय मीडिया मॉनिटरिंग एवं सर्टिफिकेशन कमेटी से प्रमाणित नहीं था। भाजपा की ओर से शिकायत दर्ज करवाने के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से कांग्रेस को जारी नोटिस किया गया। जिसमें कहा गया कि सात गारंटी के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के संबंध में मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा जारी एक संदेश के बारे में शिकायत मिली है।

इस नोटिस में आयोग के मार्च 2014 के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि गहलोत के संदेश को विज्ञापन माना गया है और यह प्रमाणीकरण के दायरे में है, साथ ही कहा कि आयोग के निर्देशों का पालन किये बगैर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है, जो आचार संहिता और आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है। चुनाव आयोग ने 7 गारंटियों वाले विज्ञापन पर रोक लगा दी है। इसके साथ आयोग ने कांग्रेस के मिस्ड कॉल वाले विज्ञापन पर रोक लगाई और कांग्रेस से पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।