मुंबई। Mumbai-Jaipur Superfast: पीक सीजन में टिकटों की डिमांड बढ़ने के कारण दलालों का नेटवर्क भी सक्रिय हो गया है। हाल ही में रेलवे ने अवंतिका एक्सप्रेस के लिए फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट से बुक की गई 6 महिलाओं की टिकट सीज की थीं।
ये टिकटें महिलाओं की प्रेग्नेंसी के फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर सीनियर सिटिजन कोटा से बुक की गई थीं। बाद में इन फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब पश्चिम रेलवे की विजिलेंस टीम ने तत्काल टिकटों की धांधली में एक ट्रेन के पैंट्रीकार मैनेजर और कोच अटेंडेंट को पकड़ा है।
पश्चिम रेलवे की विजिलेंस टीम ने मुंबई सेंट्रल-जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के पैंट्रीकार मैनेजर और कोच अटेंडेंट को टिकट सप्लाई करते हुए पकड़ा है। विजिलेंस टीम ने बताया कि उन्हें जयपुर से मुंबई आ रही इस ट्रेन में तत्काल टिकट सप्लाई होने की खबर मिली थी।
ट्रेन जब बोरीवली पहुंची, तब पैंट्रीकार का स्टाफ एक व्यक्ति को टिकट हैंडओवर कर रहा था। इस दौरान विजिलेंस की टीम ने टिकट लेने वाले व्यक्ति सहित पैंट्रीकार के स्टाफ से पूछताछ की। विजिलेंस टीम के सदस्य ने बताया कि बोरीवली में जो व्यक्ति टिकट लेने आया था, उसकी टिकट सीकर में बुक हुई थी।
पूछताछ में पता चला कि उसके भाई ने ही टिकट बुक की थी। इसके अलावा 14 और टिकट थे, जिनके बारे में पैंट्रीकार वाले ज्यादा जानकारी नहीं दे सके। इन टिकटों की कीमत करीब 70 हजार रुपये थी, जिन्हें सीज कर लिया गया।
विजिलेंस की टीम के सदस्य संजय शर्मा ने बताया कि पीक सीजन में अक्सर कोच अटेंडेंट या पैंट्रीकार वाले दलालों के लिए कुरियर का काम करते हैं। कई बार लोग अपने रिश्तेदारों को भी इनके जरिए टिकट भेजते हैं। 10 नवंबर को हुई रेड में भी दो-तीन टिकट रिश्तेदारों के लिए थीं, लेकिन पूछताछ में जिन टिकटों का ब्योरा नहीं दिया गया, उन्हें सीज किया गया। इस टीम में संजय के अलावा संदीप गोलाटकर, चंपालाल पाटील, हरीश और अजय बडगुजर शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि विजिलेंस की रेड के बाद मुंबई सेंट्रल में टिकट लेने आए कुछ लोगों ने स्टेशन पर आरपीएफ और रेलवे स्टाफ से नाराजगी व्यक्त की। आरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से एक टिकट आरपीएफ के कर्मचारी के बेटे की थी।
इसके अलावा कुछ सीज की गई टिकटों को यात्री शाम को लेने पहुंचे, टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने जमकर हंगामा किया। हालांकि, विजिलेंस टीम ने स्पष्ट किया कि टिकटों की सप्लाई लगातार हो रही थी, इसलिए रेड की गई।