कोटा संभाग में जिन प्रमुख प्रत्याशियों ने शनिवार को अपना नामांकन पर्चा भरा,उनमें दो बार की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे भी शामिल हैं। जिन्होंने झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा कोटा जिले की सबसे ‘हॉट सीट’ कोटा उत्तर में अभी भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी तय नहीं है, लेकिन टिकट की पूरी आशा के साथ प्रहलाद गुंजल भाजपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन भर चुके हैं , जबकि मौजूदा विधायक और नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल 6 नवम्बर को विशाल “नामांकन जन आशीर्वाद रैली” के साथ अपना पर्चा दाखिल करेंगे।
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। Rajasthan Election: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने में केवल दो ही दिन शेष रह जाने के कारण अब नामांकन भरने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। कोटा संभाग से कुछ विधानसभा सीटें अभी भी ऐसी लग रही हैं, जहां दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन टिकट मिलने की उम्मीद में नाम घोषित हुए बिना ही इन सीटों पर भी दोनों दलों के संभावित प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भर दिया है।
कोटा संभाग की 17 विधानसभा सीटों में 7 सीटें ऐसी हैं जहां से अभी कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है, जबकि पार्टी की ओर से प्रत्याशियों की पांच सूचियां आ चुकी हैं। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी 14 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, लेकिन 3 सीटों पर अभी भी नामों की घोषणा बाकी है। भाजपा प्रत्याशियों की अब तक तीन सूचियां आ चुकी हैं।
कोटा संभाग में शनिवार को जिन प्रमुख लोगों ने अपने नामांकन पर्चे भरे हैं, उनमें सर्वोपरि नाम राज्य की दो बार की मुख्यमंत्री रह चुकी श्रीमती वसुंधरा राजे का भी शामिल है, जिन्होंने झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। इस विधानसभा से श्रीमती वसुंधरा राजे पांचवीं बार चुनाव लड़ने जा रही हैं।
श्रीमती राजे ने शुक्रवार को ही अपने सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह के साथ झालावाड़ जनसभा करके झालावाड़ जिले में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी थी। सभा में श्रीमती वसुंधरा राजे के साथ जिले की तीन अन्य विधानसभा सीटों से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी गोविंद रानीपुरिया (मनोहरथाना), नरेंद्र नागर (खानपुर), कालूराम मेघवाल (डग-पिड़ावा) भी मंच पर मौजूद थे। जनसभा में औपचारिक रूप से श्रीमती राजे ने तीनों का परिचय भी करवाया। हालांकि यह तीनों वर्तमान में अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
श्रीमती राजे झालावाड़ के पूर्व राजपरिवार के आवास पर है और उन्होंने शुक्रवार का दिन भाजपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं और आमजनों से मेल-मुलाकात में बिताया। श्रीमती राजे ने शनिवार को नामांकन भरने के लिए रवाना होने से पहले झालावाड़ में राड़ी जी के बालाजी के मंदिर में पूजा अर्चना की। श्रीमती राजे झालावाड़ से लोकसभा या विधानसभा के चुनाव लड़ चुकी हैं।
उन्होंने अपने नामांकन भरने से पहले हमेशा की तरह राड़ी जी के बालाजी के मंदिर में पूजा की है और उसी के बाद भी नामांकन भरने के लिए गई है। श्रीमती राजे ने शनिवार को दोपहर झालावाड़ के मिनी सचिवालय पहुंचकर दोपहर करीब दो बजे अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया और बाद में वहां से अपने निकट सहयोगी आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन श्याम सुंदर शर्मा के निवास पर पहुंची।
जिस समय श्रीमती राजे अपना नामांकन पर्चा दाखिल करने के लिए राड़ी के बालाजी से मिनी सचिवालय की ओर रवाना हुई तो रास्ते भर में जगह-जगह श्रीमती राजे का लोगों ने जोरदार स्वागत किया। उनके स्वागत के लिए लोग उमड़ पड़े।
श्रीमती राजे वर्ष 2003 से ही झालरापाटन विधानसभा सीट से राजस्थान विधानसभा में भाजपा का प्रतिनिधित्व करती आ रही है। श्रीमती राजे पहली बार 2003 में इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ी थी और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत राजेश पायलट की पत्नी श्रीमती रमा पायलट को चुनाव हराया था और भाजपा को बहुमत मिलने के बाद पहली बार राजस्थान की मुख्यमंत्री बनी थी।
श्रीमती राजे ने दूसरा चुनाव 2008 में मोहनलाल को, 2013 में पूर्व विधायक मीनाक्षी चंद्रावत को और 2018 में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह को हराकर जीता था। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें जबरदस्त एक लाख 16 हजार 484 वोट मिले थे। यह उन्हें पिछले चार चुनाव में मिले वोटों में सबसे अधिक वोट थे।
कोटा जिले में सबसे अधिक ‘ हॉट सीट ‘ कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र को माना जा रहा है जहां से शनिवार तक दोनों ही दलों कांग्रेस और भाजपा की ओर से अभी तक अधिकृत प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन टिकट मिलने की पूरी संभावना के बीच भाजपा प्रत्याशी के रूप में प्रहलाद गुंजल ने शनिवार को एक बड़े जुलूस के साथ अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया।
मौजूदा विधायक और नगरीय विकास मंत्री स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल सोमवार को ‘नामांकन जन आशीर्वाद रैली’ के साथ कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना पर्चा दाखिल करेंगे। श्री धारीवाल रविवार को कोटा पहुंच रहे हैं और उनके जबरदस्त स्वागत की तैयारी है। हालांकि अभी उनके नाम की घोषणा होना बाकी है।
श्री धारीवाल की ओर से शनिवार को एक अपील जारी की गई है कि वे 6 नवंबर को कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने वाले हैं। श्री धारीवाल ने मतदाताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की है जिसमें कहा गया है कि-” आप सभी के आशीर्वाद से मैं कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन भरने जा रहा हूं। इस उपलक्ष्य में नयापुरा स्टेडियम से कलक्ट्रेट सर्किल पर विशाल रैली का आयोजन किया जा रहा है। आप सभी अधिक से अधिक संख्या में पधारकर अपना आशीर्वाद और समर्थन प्रदान करें।”
कोटा जिले में कोटा दक्षिण,लाड़पुरा, रामगंजमंडी, पीपल्दा से भी कांग्रेस ने अभी अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है लेकिन शनिवार को पिछला चुनाव हार चुकी श्रीमती राखी गौतम ने कोटा दक्षिण से जबकि पूर्व कोटा जिला देहात कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सरोज मीणा ने पीपल्दा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया।
लाडपुरा से श्रीमती कल्पना देवी (भाजपा), रामगंजमंडी से मदन दिलावर (भाजपा) ने भी शनिवार को अपना पर्चा भरा। अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में बूंदी में हरिमोहन शर्मा (कांग्रेस) ने जबकि सीएल प्रेमी ने केशवरायपाटन से पर्चा दाखिल किया। यहां से भाजपा की श्रीमती चंद्रकांता मेघवाल और अशोक डोगरा (बूंदी) से नामांकन पर्चा भर चुके हैं।