नई दिल्ली/मुंबई। लग्जरी कारों की बिक्री इस साल रेकॉर्ड लेवल पर पहुंच सकती है। पिछले साल नोटबंदी और डीजल बैन के चलते इन कारों की बिक्री को तगड़ा झटका लगा था।
ज्यादातर अनिश्चितताओं के दूर होने के चलते लग्जरी गाड़ियों की बिक्री मौजूदा कैलेंडर साल में डबल डिजिट से बढ़ने की उम्मीद है। यह 2015 में हासिल किए गए 36,000 यूनिट के सबसे ऊंचे आंकड़े को भी पीछे छोड़ सकती है।
इंडस्ट्री इनसाइडर्स का मानना है कि गुजरे कुछ महीनों से जारी रफ्तार अंतिम क्वॉर्टर में भी बनी रहेगी। मार्केट 40,000 यूनिट के आंकड़े पर पहुंच सकता है।
नए लॉन्च और बेहतर कंज्यूमर सेंटीमेंट के बूते लग्जरी कारों की बिक्री फर्राटा भर रही है। 2015 में लग्जरी कारों की बिक्री 13 फीसदी बढ़ी थी। इसके बाद यह करीब दो दशक में पहली बार गिरावट का शिकार हुई।
2016 में लग्जरी कारों की बिक्री करीब 8 फीसदी गिरकर 33,00 यूनिट पर आ गई। नैशनल कैपिटल रीजन में बड़ी डीजल गाड़ियों की बिक्री पर लगे बैन, इन्फ्रा सेस लगने और नोटबंदी के चलते मार्केट पर बुरा असर पड़ा।
मर्सिडीज बेंज इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रोनाल्ड फोल्गर ने बताया कि मार्केट में स्थितियां अब स्टेबल हैं और कंपनी मजबूत आंकड़ों के साथ यह साल पूरा होने की उम्मीद कर रही है।
फोल्गर ने कहा, ‘यह भी बेहद मुश्किल साल था। कुछ नोटबंदी का असर रहा और जीएसटी को लेकर चली आशंकाओं ने भी इस पर असर डाला।
हालांकि अगर सबकुछ हमारी योजनाओं के मुताबिक हुआ तो हम पिछले साल के मुकाबले इस साल अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रहेंगे।’
कंपनी ने 2017 में अब तक भारत में 12 लॉन्च किए हैं। इससे कंपनी को करीब 20 फीसदी सेल्स बढ़ाने में मदद मिली है। साल के शुरुआती नौ महीनों में मर्सिडीज की बिक्री बढ़कर 11,869 यूनिट पर पहुंच गई है।
प्रतिस्पर्धी बीएमडब्ल्यू ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इस साल सितंबर तक कंपनी की बिक्री 17.3 फीसदी बढ़कर 7,138 यूनिट पर पहुंच गई है।
इंडस्ट्री के अनुमानों के मुताबिक, इस साल जनवरी से सितंबर तक देश में करीब 30,000 लग्जरी कारों की बिक्री हुई है। स्वीडन की लग्जरी कार कंपनी वॉल्वो की सेल्स 2017 में 25 फीसदी बढ़कर 2,000 यूनिट्स पर पहुंच सकती है।
के मैनेजिंग डायरेक्टर चार्ल्स फ्रंप ने कहा, ‘इस साल हमारी ग्रोथ अभी तक हमारी योजनाओं के मुताबिक रही है।
फेस्टिव सीजन हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा, लेकिन हमें उम्मीद है कि दिसंबर की सेल्स से हम 2017 के अंत तक 2,000 यूनिट्स बेचने के लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहेंगे। इससे हमारी ग्रोथ 25 फीसदी सालाना पर पहुंच जाएगी।’
एक प्रमुख लग्जरी कार कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘अगर सितंबर में सेस से बिक्री पर असर नहीं पड़ा होता तो ग्रोथ कहीं ज्यादा मजबूत होती।’