G20 Summit: 6G टेक्नोलॉजी पर भारत और अमेरिका के बीच एमओयू साइन

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नई दिल्ली। 6G technology: अब भारत 6G टेक्नोलॉजी में झंडे गाड़ने की तैयारी में है। कई देशों ने पहले ही इस पर रिसर्च करना शुरू कर दी है। 6G पर एक साथ काम करने के लिए भारत और अमेरिका ने हाथ मिला लिया है। G20 समिट में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने 6G टेक्नोलॉजी पर साथ काम करने और मिलकर डेवलप करने के लिए एक एमओयू साइन किया है।

दरअसल, एलायंस फॉर टेलीकम्युनिकेशंस इंडस्ट्री सॉल्यूशंस (एटीआईएस) के नेक्स्ट जी एलायंस और भारत 6G एलायंस (Bharat 6G Alliance) ने 9 सितंबर को घोषणा की कि उन्होंने 6G वायरलेस टेक्नोलॉजी पर सहयोग के अवसरों का पता लगाने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू के तहत दोनों देश 6G टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ए दूसरे की मदद करेंगे और नए-नए अवसरों की तलाश करेंगे।

भारत 6G एलायंस भारतीय उद्योग, शिक्षा जगत, राष्ट्रीय रिसर्च संस्थानों और स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन की एक पहल है। इसका उद्देश्य भारत 6G मिशन के साथ टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को डिजाइन, डेवलप और तैनात करना है जो भारत और दुनिया भर में नागरिकों के हाई क्वालिटी वाले लिविंग एक्सपीरियंस के लिए एक इंटेलिजेंट और सुरक्षित सॉल्यूशन प्रदान करते हैं।

भारत 6G एलायंस का लक्ष्य अन्य बातों के साथ-साथ टेलीकॉम प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशन के रिसर्च, डिजाइन, डेवलपमेंट, आईपीआर निर्माण, फील्ड टेस्टिंग, सिक्योरिटी, सर्टिफिकेशन और मैन्युफैक्चरिंग के लिए इकोसिस्टम को बढ़ावा देना है। दोनों संगठनों के बीच एमओयू पर एटीआईएस के अध्यक्ष और सीईओ सुसान मिलर और भारत 6G एलायंस के अध्यक्ष एन.जी. सुब्रमण्यम ने हस्ताक्षर किए है।

मिलर ने कहा, ”हम भारत 6G अलायंस के साथ समझौते को वैश्विक 6G मोबाइल वायरलेस इकोसिस्टम के डेवलपमेंट में दोनों संगठनों के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखते हैं।”

अमेरिका और भारत के एक संयुक्त बयान में बताया गया है, दोनों देश सुरक्षित और विश्वसनीय टेलीकॉम, फ्लेक्सिबल सप्लाई चैन बनाने और वैश्विक डिजिटल समावेशन को सक्षम करने का दृष्टिकोण शेयर करते हैं। दोनों देश 6G नेटवर्क के लिए एक महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं, जिसमें मानक सहयोग और 6G टेक्नोलॉजी में रिसर्च एंड डेवलपमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की इच्छा शामिल है।

भारत 6G एलायंस के अध्यक्ष एन जी सुब्रमण्यम ने कहा “भारत के पास स्थिरता को मूल में रखते हुए बड़े पैमाने पर समाज के सशक्तिकरण की दृष्टि है, और अगली पीढ़ी 6G इस ग्रह पर जीवन की गुणवत्ता को और बढ़ाएगी। इसमें राष्ट्रों के बीच केंद्रित, खुला और सहयोगात्मक रिसर्च, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मानकों में योगदान करने के लिए संसाधनों को समर्पित करना और उन सटीक मानकों को पूरा करने वाले उत्पादों को विकसित करना शामिल होगा। नेक्स्ट जी एलायंस के साथ एमओयू इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”