गहलोत मंत्रिमंडल की बैठक में कोटा को मिले औद्योगिक विकास व पर्यटन की सौगात

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पर्यटन रजिस्ट्रेशन का कोटा में मुख्यालय खोला जाए

कोटा। Gehlot cabinet meeting at Kota city: शहर विभिन्न औद्योगिक संगठनों की बैठक एक होटल में आयोजित की गई जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कोटा आगमन एवं मंत्रिमंडल की बैठक कोटा में आयोजित होने का स्वागत किया गया। सभी पदाधिकारियों ने इसे कोटा के लिए एक ऐतिहासिक पल बताया।

बैठक में कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं दी एसएसआई एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी, अध्यक्ष अमित सिंघल, कोटा स्टोन मार्बल एंड ग्रेनाइट उद्योग संघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन पर कोटा को पर्यटन के मानचित्र पर लाने का आग्रह किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सन् 2022 के बजट में होटल, रिसोर्ट, मोटल, हॉस्पिटल व अन्य व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देकर एक बड़ी सौगात दी थी। किन्तु रीको को छोड़कर सभी विभागों द्वारा इस पर अमल किया गया। रीको इसको मानने को तैयार नहीं है।

वर्तमान में औद्योगिक मंदी के चलते कई उद्योग बंद हो चुके हैं। कोटा में रिवर फ्रंट एवं ऑक्सीजोन जैसे विश्व स्तरीय प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्र शहर के मध्य आने से यह आवश्यक हो गया है कि रीको औद्योगिक क्षेत्र के बंद पड़े उद्योगों के भूखंडों का भू रूपान्तरण करे। ताकि पर्यटकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए उद्यमी इन भूखंडों को विकसित कर सके।

बाहर से आने वाले पर्यटकों को उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान की जा सके। उन्होंने सुझाव दिया है कि इसके लिए पर्यटन का मुख्यालय कोटा में ही खोला जाना चाहिए, जिससे पर्यटन लाइसेंस के लिए व अन्य खानापूर्ति के लिए बार-बार जयपुर नहीं जाना पड़े।

बैठक में हाडोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, कोटा रिजन ट्रैक्टर डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, जनरल इंडस्टरीज सप्लायर्स संघ के अध्यक्ष भगवान न्याती, सचिव महावीर जैन, कोटा स्टोन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीके गुप्ता, सचिव हरीश प्रजापति ने बताया कि कोटा में वर्तमान में औद्योगिक वातावरण मे पूरी तरह से ठहराव आ गया है।

कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन व्यवसाय उद्योग मंदी के कगार पर पहुंच गए हैं। नई गति देने के लिए राज्य के सभी सरकारी कार्यों एवं भवनों के निर्माण में कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन का उपयोग आवश्यक किया जाना चाहिए। कोटा में स्टोन उद्योग को गति देने के लिए स्टोन मार्ट का आयोजन एवं स्टोन पार्क की स्थापना की जाए। साथ ही कोटा में बंद पड़े बड़े उद्योगों की भूमि पर औद्योगिक भूखंड काटकर आईटी सेक्टर एवं रेडीमेड उद्योग को आवंटित किया जाय।

एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जम्बु कुमार जैन, विपिन सूद, मुकेश गुप्ता, कोटा ट्रांसपोर्ट ओपरेटर संघ के अध्यक्ष मनीष बंसल ने बताया कि रीको में भूखंड स्थानांतरण की प्रक्रिया को सरल किया जाए। वर्तमान में भूमि रूपांतरण प्रक्रिया बहुत ही जटिल है।

कोटा में वृहद उद्योग लाया जाए, जिससे कोटा के औद्योगिक विकास को गति मिल सके। कोटा के इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए बाहर के निवेशकों को कोटा में नए उद्योग स्थापित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रेरित किया जाना चाहिए।

हाडोती ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन, सचिव पदम कुमार जैन, सेंड व्यवसाई श्याम अग्रवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए मूलभूत सुविधाएं व भूमि रूपांतरण के नियमों का सरलीकरण किया जाए। एग्रो बेस्ड इंडस्टरीज लगाने वालों के लिए लाइसेंस प्रणाली का सरलीकरण किया जाए ।