-कृष्ण बलदेव हाडा –
Kota Carnival: राजस्थान की कोचिंग सिटी कहे जाने वाले कोटा के छात्रों में बढ़ती आत्महत्याओं की घटनाओं के बीच यहां अध्ययनरत कोचिंग छात्रों को तनाव मुक्त करने एवं खुशनुमा माहौल देने के लिए मनोरंजनपूर्ण कार्यक्रम ‘कोटा कार्निवल’ का आयोजन 6 व 23 सितम्बर को आयोजित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोटा में हाल ही में कोचिंग के छात्रों में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति के कारण चिंता का माहौल बन गया था क्योंकि इस साल में अब तक कोटा में 21 कोचिंग छात्रों ने या तो आत्महत्या कर ली या किसी संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।
कोचिंग छात्रों की आत्महत्याओं की इन घटनाओं की राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में सुर्खियां बनने के कारण यहां की कोचिंग संस्थानों की भूमिका पर कई सवालिया निशान खड़े हो गए थे। क्योंकि जिन कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की थी, उनमें से कुछ के परिवारजन ऐसे भी थे, जिन्होंने यहां आकर बताया कि वह तो अपने बच्चे को कोटा कोचिंग भेजने के लिए ही तैयार नहीं थे या फ़िर कुछ अभिभावकों ने यह भी कहा कि कोचिंग छात्र अपनी स्वेच्छा से कोटा कोचिंग के लिए आए थे।
वह पढ़ भी अच्छे ढंग से रहे थे लेकिन इसके बावजूद उनके आत्महत्या करने की वजह समझ से बाहर है। अभिभावकों के इन कथनों ने कोटा के कोचिंग छात्रों की मनोदशा को लेकर कई प्रश्न उत्पन्न किए है।
कोटा शहर में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या करने की बढ़ती इन घटनाओं के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी काफी विचलित हुए थे। इसके बाद ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित कोटा के विभिन्न कोचिंग संस्थानों के संचालकों की एक वर्चुअल बैठक आयोजित की थी, जिसमें उन्होंने कोचिंग संचालकों को काफी खरी-खरी सुनाई थी और यह सवाल भी खड़ा किया था कि आखिर कोटा में कोचिंग छात्र आत्महत्या कर क्यों रहे हैं?
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस कड़े रुख के बाद से ही प्रशासन लगातार इस कोशिश में लगा हुआ था कि कोटा में पढ़ रहे कोचिंग छात्रों के बीच खुशनुमा माहौल बनाने के लिए कौन से उपाय किए जा सकते हैं और इसी के तहत अब यहां कोटा कार्निवल आयोजित किया जाना तय किया गया है।
कोटा के कलक्टर ओ पी बुनकर की अध्यक्षता में गुरूवार को कोटा कार्निवल की तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें श्री बुनकर ने कहा कि कोटा में कोचिंग प्राप्त कर उच्च शिक्षा का सपना लेकर देशभर के छात्र आते है। उन्हें तनावपूर्ण शैक्षणिक वातावरण एवं सुविधाऐं प्रदान करना हम सब का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि कोचिंग सस्थान व हॉस्टल प्रतिस्पर्दा के दौरे में विद्यार्थियों को गैर शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए भी मिलकर कार्य करे।
श्री बुनकर ने कहा कि कोचिंग प्राप्त करने के दौरान छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, अपने विचार, अपनी समस्याएं खुलकर सामने रख सके।
प्रत्येक छात्र में कोई न कोई विशेषता होती है, उसके माध्यम से क्षेत्र विशेष में जाकर अपने सपनों को साकार करना चाहता है। कोचिंग संस्थानों को छात्रों की ऐसी विशेषताओं की पहचान कर उन्हें आगे बढने के अवसर प्रदान करने है।
श्री बुनकर ने कोटा शहर के प्रबुद्ध नागरिकों, कोचिंग संस्थानों, हॉस्टल संचालकों के संगठनों से चर्चा कर कोचिंग छात्रों को 6 एवं 23 सितम्बर को ‘कोटा कॉर्निवल’ का आयोजन कर विभिन्न सांस्कृतिक एवं मंनोरजक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय किया।
‘कोटा कार्निवल’ में देश भर की सांस्कृतिक विशेषताओ को समेटते हुए दिन भर संगीतमय कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। छात्र अपने हॉबी का प्रदर्शन कर सके, इसके लिए मंच उपलब्ध कराया जायेगा।
उन्होंने बताया कि कोचिंग संस्थानों एवं हॉस्टल एसोसिएशन की संयुक्त समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश के विख्यात कलाकारों का आमंत्रित किया जायेगा। मोटिवेशनल स्पीकर भी बुलाये जायेगी जो छात्रों को तनावमुक्त शिक्षा प्राप्त करने के संबंध में तथा रोजगारपरक अन्य क्षेत्रों के बारे में जानकारी देंगे।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) राजकुमार सिंह, शहर बृजमोहन बैरवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़, कुल सचिव कृषि विश्वविद्यालय सुनीता डागा, उपायुक्त नगर निगम गजेन्द्र सिंह सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी, होप सोसायटी के डॉ. एम एल अग्रवाल, विभिन्न कोचिंग संस्थानों, हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारी कोटा कॉर्निवल सोसायटी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।