बेंगलुरु। Chandrayaan 3 landing : भारत के चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। लैंडर मॉड्यूल ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की। इसी के साथ भारत पहला देश बन गया जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्पेसक्राफ्ट उतारा।
लैंडिंंग सफल होते ही बेंगलुरु स्थित ISRO के मिशंस ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (MOX) में बैठे वैज्ञानिकों समेत पूरा देश खुशी से झूम उठा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। सफल लैंडिंग के बाद पीएम ने कहा, ‘नया इतिहास बनते ही हर भारतीय जश्न में डूब गया है, हर घर में उत्सव शुरू हो गया है।’
लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम के पेट से रोवर प्रज्ञान (Pragyan Rover) बाहर निकलेगा। दोनों मिलकर चांद के साउथ पोल का हाल बताएंगे। चंद्रयान-3 मिशन (Chandrayaan-3 Mission) भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए बेहद अहम है। पृथ्वी के इकलौते प्राकृतिक उपग्रह, चंद्रमा के बारे में हमें इस मिशन से बेशकीमती जानकारी मिल रही है।
चंद्रयान-3 मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी वीरमुथुवेल ने सभी वैज्ञानिकों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि भारत चंद्रमा पर सफलतापूर्वक यान लैंड कराने वाला चौथा देश बन गया है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर स्पेसक्राफ्ट उतारने वाला भारत पहला देश है।
चंद्रयान-3 की सफलता के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से फोन कर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को बधाई दी। पीएम ने कहा कि ‘आपका तो नाम सोमनाथ और सोमनाथ नाम चंद्र से जुड़ा हुआ है इसलिए आज आपके परिवारजन भी बहुत आनंदित होंगे। मेरी तरफ से आपको, आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई।’
पूर्व ISRO चीफ सिवन बोले मैं बहुत खुश हूं…
पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘हम वास्तव में उत्साहित हैं…हम लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश हूं।