SBI ने छह महीने में 10 हजार से अधिक को नौकरी से निकाला

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नई दिल्ली । देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी काम करने वालों पर नौकरी जाने की तलवार लटक गई है। बैंक ने पिछले छह माह में अपने 10 हजार से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से बाहर कर दिया है।

वहीं बैंक ने पिछले छह माह में नौकरी देने में भी कटौती कर दी है। बैंक में नौकरियां अब ज्यादा के मुकाबले बहुत कम रह गई हैं। 

ये बनी बड़ी वजह 
बैंक ने हाल ही में अपने छह एसोसिएट बैंकों और भारतीय महिला बैंक का अपने में विलय किया था। इससे इन बैंकों की काफी ब्रांचों का विलय हो गया है और कर्मचारी काफी ज्यादा संख्या में हो गए थे।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इसी साल एक अप्रैल को स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और भारतीय महिला बैंक का विलय लागू हुआ है।

सिर्फ 798 लोगों की हुई भर्ती
विलय के बाद स्टेट बैंक की देशभर में कुल शाखाओं में 6,847 की बढ़ोतरी हुई है और इनकी संख्या बढ़कर 23,423 तक पहुंच गई है।

स्टेट बैंक के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से सितंबर के दौरान 11,382 लोग रिटायर हुए हैं, जबकि सिर्फ 798 लोगों की नई भर्ती हुई है।

बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मार्च 2017 के दौरान उसके कर्मचारियों की कुल संख्या 2,79,803 थी और सितंबर अंत में यह संख्या घटकर 2,69,219 रह गई है।