नई दिल्ली। Realme Smartphone Company: चाइनीज स्मार्टफोन ब्रांड रियलमी कंपनी भारत सरकार के निशाने पर आ गई है। एक यूजर्स का दावा है कि कंपनी ने “एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज” सुविधा लागू की है, जो यूजर्स के कॉल लॉग्स, एसएमएस और लोकेशन जैसी संवेदनशील जानकारी को ट्रैक करती है। एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विस खतरनाक है क्योंकि कि यह फोन में खुद ब खुद सेटअप हो जाती है।
जब ट्विटर यूजर्स के एक ट्वीट के जवाब में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार मामले का संज्ञान लेगी। साथ ही इस मामले में सरकार आगे जांच कराएगी। उनकी ओर से यूजर के ट्वीटर को री-ट्वीट करते हुए लिखा गया कि सरकार मामले की जांच करेगी।
ट्विटर यूजर्स का दावा है कि रियलमी ने “एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज” के ऑप्शन को डिफाल्ट तौर पर फोन में ऑन कर रखा है, जिससे यूजर्स के डेटा, जैसे कॉल लॉग, एसएमएस और लोकेशन को ट्रैक किया जा सकता है। इसे ऑन करने के लिए यूजर की परमिशन नहीं ली जाती है।
रियलमी स्मार्टफोन्स पर “एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज” फीचर डिफॉल्ट तौर पर ऑन है। सबसे खतरनाक है कि यूजर्स अगर अपना डेटा साझा नहीं करना चाहते हैं, तो उनके इस सर्विस को बंद करने का ऑप्शन नहीं दिया गया है। बता दें कि ऐसी डेटा चोरी केवल रियलमी स्मार्टफोन तक सीमित नहीं है। मार्केट में मौजूद अन्य एंड्रॉइड स्मार्टफोन वनप्लस, ओप्पो, वीवो और आईक्यू में भी एन्हॉस्ड इंटेलिजेंस सर्विस डिफाल्ट तौर पर ऑन है। इन सभी स्मार्टफोन ब्रांड की ओनर कंपनी बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स है।
क्या है एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज फीचर
इस फीचर में सर्विस को बढ़ाने के नाम पर कंपनी यूजर्स के डिवाइस की कुछ जानकारी, ऐप इस्तेमाल के आंकड़े, लोकेशन की जानकारी, कैलेंडर इवेंट्स, एसएमएस और मिस्ड कॉल के आंकड़े कलेक्ट करती है। इस मामले में फिलहाल रियलमी की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है कि आखिर वो भारतीयों के डेटा का किस तरह से इस्तेमाल करती है।