नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान वनस्पति तेलों (Vegetable oil) के आयात में इजाफा हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा सोयबीन तेल का आयात हुआ है। आयात के मामले में सूरजमुखी का तेल दूसरे नंबर पर है। इस साल अप्रैल महीने में भी पिछले अप्रैल से ज्यादा आयात हुआ है। हालांकि इस साल अप्रैल में मार्च की तुलना में आयात में कमी दर्ज की गई है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक चालू तेल वर्ष की पहली छमाही नवंबर से अप्रैल में 81.10 लाख टन वनस्पति तेल (खाद्य और गैर खाद्य दोनों मिलाकर) का आयात हो चुका है, जो पिछली समान के 67.07 लाख टन आयात से 21 फीसदी ज्यादा है। अप्रैल में 49 लाख टन पाम तेल, 17.25 लाख टन सोयाबीन और 13.67 लाख टन सूरजमुखी तेल आयात हुआ है। इस दौरान 11 लाख टन रिफाइंड तेलों और 69 लाख टन कच्चे तेलों का आयात हुआ है।
इस साल अप्रैल महीने में 10.50 लाख टन वनस्पति तेल का आयात हुआ है, जो पिछले साल अप्रैल में आयात 9.11 लाख टन से करीब 15 फीसदी ज्यादा है। इस अप्रैल 5.10 लाख टन पाम तेल, 2.62 लाख टन सोयाबीन और 2.49 लाख टन सूरजमुखी तेल आयात हुआ है।
सूरजमुखी तेल का आयात बढ़ा
चालू तेल वर्ष में अब तक भले ही वनस्पति का आयात बढ़ा हो, लेकिन अप्रैल महीने में मार्च महीने से कम आयात हुआ है। इसकी वजह पाम तेल आयात में बडी गिरावट आना है। मार्च महीने में 11.72 लाख टन वनस्पति तेल का आयात हुआ था, जबकि अप्रैल में यह आंकड़ा 10.50 लाख टन रहा। इस तरह अप्रैल में मार्च से आयात में 10 फीसदी कमी दर्ज की गई है। अप्रैल महीने में मार्च की तुलना में पाम तेल का आयात 31 फीसदी घटकर 5.05 लाख टन रहा। सोयाबीन तेल का आयात एक फीसदी बढ़कर 2.62 लाख टन और सूरजमुखी तेल का आयात 68 फीसदी बढ़कर 2.49 लाख टन हो गया।