समस्या के निराकरण के लिए कमेटी का गठन
कोटा। जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने व्यापारियों एवं उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि शहर में नो एंट्री की समस्या का निराकरण अगले पांच दिन में कर दिया जायेगा। इसके लिए
मंगलवार को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में सभी सम्बंधित महकमों एवं व्यापारियों की संयुक्त बैठक आयोजित कर एक कमेटी का गठन किया।
कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि नो एंट्री को लेकर कोटा का व्यापार- उद्योग जगत एवं ट्रांसपोर्ट व्यवसायी पिछले 7 दिनों से पूरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। कोटा के लिए माल लेकर आने वाली गाड़ियों को रोका जा रहा है एवं औद्योगिक क्षेत्र, भामाशाह मंडी, डीसीएम ट्रांसपोर्ट नगर से माल भरकर जाने वाली गाड़ियों को हैंगिंग ब्रिज होकर जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है। साथ ही कोटा के लिए माल लाने वाली गाड़ियों को भी हैंगिंग ब्रिज से ही आने के लिए पाबंद किया जा रहा है। जिसे ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
माहेश्वरी ने बताया कि स्थिति स्पष्ट ना होने के वजह से यह असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विनी कुमार शर्मा, सचिव प्रमोद कुमार गर्ग, उपाध्यक्ष पंकज खंडेलवाल ने बताया कि टोल टैक्स पर ओवरलोड के नाम से अवैध वसूली की जा रही है। साथ ही कोटा से लोडिंग करके जा रहे वाहनों को भी नो एंट्री के समय रात्रि 11:00 से 6:00 के समय पर भी हैंगिंग ब्रिज होकर जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है।
जबकि किसी भी शहर में रात्रि 11:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नो एंट्री नहीं होती है। अगर नो एन्ट्री रात के समय भी की जाती है, तो व्यापार- उद्योग और ट्रांसपोर्ट व्यवसाय प्रभावित होगा। वस्तुओं की आपूर्ति भी प्रभावित होगी।
अध्यक्ष अश्वनी कुमार शर्मा ने कहा कि शहर के आसपास के स्थानों पर माल खाली करके कोटा आ रही खाली गाड़ियों को भी शहर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जबकि पूर्व में ऐसी कोई पाबंदी नहीं थी। इस प्रकार की व्यवस्था से पूरा ट्रांसपोर्ट व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। इस व्यवसाय पर इसका बहुत बुरा असर पड़ रहा है और कोटा से बाहर जाने वाले विभिन्न प्रकार की वस्तुए कोटा स्टोन, सैंड स्टोन, धान, औद्योगिक सामान आदि एवं यहां पर आने वाले विभिन्न सामान लाना ले-जाना भी मुश्किल हो रहा है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने कहा कि यातायात पुलिस द्वारा कोटा शहर में आने वाले माल की गाड़ियों को नहीं रोका जा रहा है। अगर इसमें किसी भी प्रकार की परेशानी आ रही है या कोई असमंजस बना हुआ है, तो इसके लिए इसको शीघ्र ही स्पष्ट कर दिया जाएगा।
जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने कहा कि कोटा से लोडिंग कर जा रहे वाहनों को हेंगिंग ब्रिज से निकाला जा रहा है। साथ ही कोटा के रास्ते से बाहर से आने वाले एवं अन्य राज्य में जाने वाले भारी वाहनों का कोटा में प्रवेश पूरी तरह पाबन्द किया गया है। फिर भी किसी भी प्रकार का कोई असमंजस नहीं रहे इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, कोटा व्यापार महासंघ, ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन, जिला परिवहन अधिकारी, नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी की एक कमेटी बनाने की घोषणा की।
बैठक में महासंघ ने शहर में आने वाले सभी वाहनो की गति सीमा निर्धारित एवं बाहर से आने वाले वाहनों की सुविधा के लिए हाइवे पर मार्गदर्शक बोर्ड लगाने का सुझाव भी दिया।ताकि कोटा के विकास एवं सुंदरता को किसी भी प्रकार का नुकसान ना हो।
सभी को व्यवस्थाए बनाये रखने के लिए कोटा व्यापार महासंघ अपनी क्षेत्रीय सस्थाओ को निर्देश जारी करेगा। साथ ही जो लोकल ट्रांसपोर्ट की गाड़ियां बाहर से माल खाली करके कोटा में प्रवेश करती है, उनको पहचान पत्र यहां की ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन दे। नियमों की अवेहलना करने पर पुलिस प्रशासन द्वारा कोई भी कार्रवाई की जाती है, तो उसमें व्यापार महासंघ कोई आपत्ति नहीं करेगा।
इनको किया कमेटी में शामिल
कमेटी में कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन, महासचिव अशोक माहेश्वरी, ट्रांसपोर्ट कंपनीज के अध्यक्ष, अश्विनी कुमार शर्मा, सचिव प्रमोद कुमार गर्ग सहित पांच सदस्यों को शामिल किए गए। कमेटी 5 दिन के अंदर इस समस्या का निराकरण करके आम सहमति बनाकर उसका निर्णय करेगी।
बैठक में यह रहे उपस्थित
बैठक में पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी, यातायात पुलिस उप अधीक्षक कालूरा,म अतिरिक्त जिला कलेक्टर, जिला परिवहन अधिकारी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, मुख्य अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग, अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, नगर विकास न्यास सहित कई विभागों के अधिकारियों के साथ ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार शर्मा, सचिव प्रमोद कुमार गर्ग, उपाध्यक्ष पंकज खंडेलवाल, वरिष्ठ ट्रांसपोर्ट व्यवसायी जितेंद्र कुमार जैन, घनश्याम मेहता, कोटा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, कोटा खल-चूरी व्यापार संघ के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन, पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुमीत बेदी सहित कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भाग लिया।