भारत, ईरान, कुवैत, नेपाल व अरब देशों के कृषि विशेषज्ञ व शोधकर्ता कृषि के अनुसंधान पर करेंगे पैनल चर्चा
अरविंद, कोटा। देश में खाद्य सुरक्षा की नवीनतम वैज्ञानिक रणनीति तैयार करने के लिए देश-विदेश के कृषि विशेषज्ञ, शोधकर्ता एवं वैज्ञानिक 8 व 9 नवंबर को कोटा आएंगे। वे खाद्य सुरक्षा, संरक्षण एवं प्रबंधन पर रिसर्च पेपर प्रस्तुत कर नई तकनीक पर मंथन करेंगे।
कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी (सीपीयू) के कुलपति डॉ. डीएन राव ने बताया कि ‘खाद्य सुरक्षा के लिए कृषि एवं प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण व प्रबंधन के लिए प्रभावी रणनीति’ विषय पर दो दिवसीय नेशनल एग्रीकल्चर कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन बुधवार को केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे।
नेशनल एग्रीकल्चर कॉन्फ्रेंस में इमाम खोमेइनी हायर एजुकेशन सेंटर कराज, ईरान के डॉ.अली अंसारी, कुवैत सरकार में कृषि मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार डॉ. अमरसिंह सोलंकी, इनडोरमा फर्टिलाइजर एंड केमिकल्स के एशिया कॉर्डिनेटर डॉ.बलबीर सिंह, नेपाल एग्रीकल्चर रिसर्च काउंसिल के डॉ. जीबान श्रेष्ठा एवं अरब रिपब्लिक ऑफ इजिप्ट से कॉर्न ब्रीडर व डॉ. मागेड हामुडा कृषि रणनीति पर चर्चा करेंगे।
सीपी टॉवर स्थित ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ता कृषि एवं उत्पादन पर रिसर्च पेपर पढेगें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला करेंगे तथा कोटा यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो.पीके दशोरा, विधायक संदीप शर्मा, हीरालाल नागर विशिष्ट अतिथि होंगे।
एकेडमिक डायरेक्टर डॉ. गुरुदत्त कक्कड़ व एग्रीकल्चर साइंस के डीन डॉ.एसएस तोमर ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में एग्रीकल्चर कॉलेज व ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के छात्र व विशेषज्ञ, फूड टेक्नोलॉजिस्ट, बिजनेस एंटरप्रिन्योर, एग्रीकल्चर इंजीनियर्स, बॉयोटेक्नोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री व माइक्रोबायोलॉजिस्ट आदि भाग लेंगे।
कृषि अनुसंधान पर नेशनल अवार्ड
कॉन्फ्रेंस की आयोजक सचिव व एचओडी डॉ.अर्पिता शर्मा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में शोधकर्ताओं को बेस्ट पेपर प्रजेंटेशन अवार्ड, यंग साइंटिस्ट अवार्ड, लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, इनोवेटिव फार्मर अवार्ड एवं बेस्ट एक्सटेंशन अवार्ड से नवाजा जाएगा।
अवार्ड कमेटी के विशेषज्ञ देश की खाद्य सुरक्षा व संरक्षण के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करने हेतु सर्वश्रेष्ठ शोध पेपर, सुझावों व प्रजेंटेशन को अवार्ड के लिए चिन्हित करेगी।