पीएम ने किया रीवा में 2300 करोड़ की रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

0
77

कोटा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के रीवा में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह को संबोधित किया और लगभग 17,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।

इसी कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश को 2300 करोड़ रुपये से अधिक रेलवे से सम्बंधित विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री द्वारा मध्य प्रदेश के रेल नेटवर्क का पूर्ण विद्युतीकरण, छिन्दवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट रेलखण्ड का विद्युतीकरण के साथ गेज परिवर्तन, बिरला नगर-उदी मोड फोर्ट रेलखण्ड का विद्युतीकरण, महोबा-खजुराहो-उदयपुरा रेलखण्ड का विद्युतीकरण का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया और ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया गया।

इसके साथ ही रीवा-इतवारी, छिन्दवाड़ा-नैनपुर एवं नैनपुर-छिन्दवाड़ा नई ट्रेनों का शुभारम्भ कर हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, केन्द्रीय राज्य मंत्री फग्गन कुलस्ते, साध्वी निरंजन ज्योति, कपिल मोरेश्वर पाटिल, संसद सदस्य, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री व अन्य उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि पंचायतें गांव और गरीब के लिए सरकार की योजनाओं को पूरे समर्पण के साथ लागू कर रही हैं। पंचायत स्तर पर सार्वजनिक खरीद के लिए ‘ई ग्राम स्वराज’ और ‘जीईएम’ पोर्टल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये पंचायतों के कामकाज को आसान बनायेंगे। उन्होंने 35 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड के वितरण तथा मध्य प्रदेश के विकास के लिए रेलवे, आवास, जल और रोजगार से संबंधित 17000 करोड़ की परियोजनाओं का भी उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पंचायतें, भारत के विकास की जीवनशक्ति बनकर सामने आ रही हैं। श्री मोदी ने कहा, ‘‘ग्राम पंचायत विकास योजना, पंचायतों को प्रभावी ढंग से काम करने में मदद कर रही है।‘‘ प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार गांवों और शहरों के बीच के अंतर को समाप्त करने के लिए लगातार काम कर रही है। डिजिटल क्रांति के इस युग में पंचायतों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। पंचायतों द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओं में प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर सार्वजनिक खरीद के लिए जीईएम पोर्टल की सुविधा, पंचायतों द्वारा खरीद को आसान और पारदर्शी बनाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थानीय कुटीर उद्योग को अपनी बिक्री के लिए एक मजबूत अवसर प्राप्त होगा। प्रधानमंत्री ने पीएम स्वामित्व योजना में तकनीक के फायदे की बात कही। उन्होंने बताया कि देश के 75 हजार गांवों में संपत्ति कार्ड का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि पीएमएवाई के 4.5 करोड़ घरों में से 3 करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और वे भी ज्यादातर महिलाओं के नाम पर हैं।

प्रधानमंत्री ने पीएम सौभाग्य योजना का भी जिक्र किया और बताया कि जिन 2.5 करोड़ घरों को बिजली मिली है, उनमें से ज्यादातर घर ग्रामीण इलाकों के हैं और हर घर जल योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में 9 करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल से पेयजल आपूर्ति की सुविधा मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा, पीएम किसान सम्मान निधि के तहत भी सरकार ने लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में अंतरित किए हैं तथा मध्य प्रदेश के लगभग 90 लाख किसानों को इस योजना के भाग के रूप में 18,500 करोड़ रुपये मिले हैं।

उन्होंने कहा, “इस कोष से रीवा के किसानों को भी करीब 500 करोड़ रुपये मिले। मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार पिछले वर्षों से 24 लाख करोड़ रुपये की सहायता देकर गांवों में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा कर रही है।

प्रधानमंत्री ने छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट रेल लाइन के विद्युतीकरण का उल्लेख किया, जो इस क्षेत्र के लोगों को दिल्ली-चेन्नई और हावड़ा-मुंबई से जोड़ने के साथ-साथ जनजातीय आबादी को भी लाभान्वित करेगा। उन्होंने छिंदवाड़ा-नैनपुर के लिए आज झंडी दिखायी गयी नई ट्रेनों का भी जिक्र किया और कहा कि कई कस्बे और गांव अपने जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा, सिवनी से सीधे जुड़ जाएंगे तथा नागपुर और जबलपुर जाना भी काफी आसान हो जाएगा।

सप्ताह में चार दिन चलेगी नई ट्रेन
गाड़ी संख्या 11756/11755 रीवा-इतवारी-रीवा वाया जबलपुर, नैनपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा के मध्य सप्ताह में चार दिन नई ट्रेन सेवा की शुरूआत की जा रही है। यह नई ट्रेन रीवा से मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार एवं रविवार को चलाई जाएगी। जो कि कुल 647 किमी. की दूरी तय करेगी। वर्तमान में चल रही रीवा-इतवारी-रीवा वाया जबलपुर, नैनपुर, गोंदिया सहित नई ट्रेन के शुरुआत होने से अब सातों दिन रेल यात्रियों को इतवारी से जुड़ने पर नागपुर शहर की बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की कनेक्टिविटी सुलभ हो जाएगी।