नई दिल्ली । खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। भारत में खानपान सभ्यता के साथ विशाल कारोबार भी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह बात कही। कोविंद के अनुसार देश में वर्ष 2025 तक खाद्य उत्पादों की खपत बढ़कर दोगुनी से भी अधिक हो जाएगी।
समूचे देश के फूड प्रोसेसिंग उद्योग क्षेत्र में घरेलू व विदेशी निवेशकों लिए बड़ी कारोबारी संभावनाएं पैदा हो जाएंगी। राष्ट्रपति रविवार को ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा वृहद क्षेत्र है, जहां व्यवसाय के असीमित अवसर हैं।
इससे महिलाओं और युवाओं के लिए खूब रोजगार सृजित होंगे। फसलों की कटाई के बाद उपज के होने वाले नुकसान को कम करने की दिशा में खाद्य प्रसंस्करण (फूड प्रोसेसिंग) क्षेत्र को ध्यान करना चाहिए। इससे किसानों की आमदनी को दोगुना करने में भी मदद मिलेगी।
देसी-विदेशी निवेश की अपार संभावनाएं
भारत में 24 लाख करोड़ रुपये के खाद्य उत्पादों की कुल खपत होती है। इसके 2025 तक बढ़कर 65 लाख करोड़ रुपये तक हो जाने की उम्मीद है। इससे भारत में फूड वैल्यू चेन बनाने को लेकर बड़े मौके मिलेंगे।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इन संभावनाओं के मद्देनजर देश में पोस्ट हार्वेस्ट सुविधाएं, परिवहन, कोल्ड चेन विकसित करने और खाद्य उत्पाद के क्षेत्र में घरेलू के साथ विदेशी निवेश के लिए बेहतरीन मौके आएंगे।
रखरखाव बेहतर कर रोकें बर्बादी
ग्लोबल स्तर पर भारतीय खाद्य उत्पादों की वृहद श्रृंखला है। पूर्वोत्तर के विविध व्यंजनों के साथ सुदूर पश्चिम के पंजाब में सरसों साग, गुजरात का ढोकला और दक्षिण में तमिलनाडु का डोसा समेत अन्य व्यंजनों का विस्तृत दायरा है। भारतीय खाद्य उद्योग निवेशकों के लिए मैदान तैयार कर चुका है।
घरेलू स्तर पर कृषि उपज का बड़ा हिस्सा कटाई के साथ ही रखरखाव के अभाव में नष्ट हो जाता है। अमरूद जैसी फसल का 16 फीसद और आम व सेब का 10 प्रतिशत हिस्सा नष्ट हो जाता है। इसे संरक्षित करने की जरूरत है।
युवाओं के लिए असीमित संभावनाएं
कोविंद ने कहा कि ग्रामीण भारत में महिलाएं पहले से ही खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सक्रिय हैं। लेकिन इस उद्योग क्षेत्र में नई तकनीकी ने युवाओं व महिलाओं के लिए संभावनाएं असीमित रूप से बढ़ाई हैं।
उन्होंने फूड इंडिया को ‘भारतीय पकवानों का कुंभ मेला’ करार दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि तीन दिनों तक चले इस महाकुंभ से फसलों को चौपट होने से बचाने में मदद मिलेगी।
आएगा 70,000 करोड़ का निवेश: हरसिमरत
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने वर्ल्ड फूड इंडिया की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे देश में 70 हजार करोड़ रुपय से अधिक के निवेश का रास्ता खुला है। इससे लाखों युवाओं के लिए रोजगार पैदा होंगे। पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों को सबसे ज्यादा निवेश प्राप्त हुआ है।