मोशन जेईई स्टूडेंटस का ओरिएंटेशन प्रोग्राम
कोटा। मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में लगातार पढ़ाई और अभ्यास का कोई विकल्प नहीं है।
वे बुधवार को मोशन एजुकेशन के द्रोणा कैम्पस में जेईई स्टूडेंटस के ओरिएंटेशन प्रोग्राम के दौरान संबोधित कर रहे थे। दो सत्र में हुए इस कार्यक्रम में हजारों विद्यार्थी और उनके अभिभावक शामिल हुए। इसमें एक्सपर्ट्स ने जेईई परीक्षा को क्रेक करने के टिप्स दिए गए।
नितिन विजय ने कहा कि आप एक बार पढाई शुरू करने के बाद लगातार पढ़ते रहें, सिलेबस समाप्त हो जाए तो अभ्यास करते रहें, टेस्ट देते रहें। पढ़ाई के लिए तय लक्ष्य जब पूरा होता है तो उससे जो खुशी और उत्साह मिलेगा, उसी से आपको अगले लक्ष्य को पूरा करने की ऊर्जा भी मिलेगी।
हम कोचिंग में पढ़ाते हैं, जरूरी संसाधन देते हैं लेकिन सफलता के लिए जुनून विद्यार्थी में नहीं है तो कोई भी कोचिंग संस्थान कुछ नहीं कर सकता। इसलिए हम विद्यार्थी की सफलता की कोई गारंटी नहीं लेते हैं।
मोशन में बच्चे की सफलता के लिए हम तो प्रयास करते ही हैं, उसमें प्रेरणा का स्तर बनाए रखते हैं, अभिभावकों को सजग रहने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। इसका परिणाम भी मिलता है और हमारा सलेक्शन पर्सेंटेज सबसे बेहतर रहता है।
जेईई डिवीजन के ज्वाइंट डाइरेक्टर रामरतन द्विवेदी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में बहुत अधिक नंबर लाने वाले बच्चों को जब कोचिंग के टेस्ट में नंबर काम आते हैं तो वे निराश हो जाते हैं, पैरेंट्स भी विचलित हो जाते हैं।
यह सही नहीं है। उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि एडवांस में आपको 22 प्रतिशत अंक भी आए तो आईआईटी में प्रवेश मिल जाता है। जेईई में 300 में से 150 नम्बर लाने वाले भी केवल 20-25 हजार बच्चे ही होते हैं। इसलिए नंबर कम आए तो घबराना नहीं है।
डिप्टी डायरेक्टर और अकेडमिक हेड जेईई निखिल श्रीवास्तव कोचिंग कब से शुरू और कब समाप्त होगी, टेस्ट और रिवीजन क्लासेस का शेड्यूल क्या रहेगा, मोशन की ओर से क्या सुविधाएं दी जाएंगी के बारे में बताया। कंटेंट हेड जयंत चित्तौड़ा ने बताया कि मोशन लर्निंग एप हेल्पिंग और प्रेक्टिस टूल है, इसका उपयोग इसी तरह करना है।