नववर्ष की पूर्व संध्या पर 12 स्थानों से निकलेगी भगवा रैली

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सभी संगम कर पहुंचेगी बारहदरी, पुष्प वर्षा से होगा अभिनंदन

कोटा। नववर्ष उत्सव आयोजन समिति के तत्वावधान में नवसंवत्सर 2080 की पूर्व संध्या पर 21 मार्च को भगवा रैली निकाली जाएगी। प्रचार प्रसार समिति संयोजक आशीष मेहता ने बताया कि शहर के 12 स्थानों से रैली प्रारंभ होकर विभिन्न स्थानों से पहोते हुए छावनी में संगम करेंगी। जहां से संयुक्त रुप से बारहदरी पहुंचेंगी।

रैली संयोजक सुमेरसिंह ने बताया कि नवसंवत्सर की पूर्व संध्या पर आयोजित भगवा रैली में दो पहिया और चौपहिया वाहन चलेंगे। रैली में साधु संन्त और महापुरूषों की झांकियां चलेंगी। मधुर स्वर लहरियां बिखेरते हुए बैंड चलेंगे। रैली का जगह जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया जाएगा। रैली मार्ग में 1 हजार तोरण द्वार लगाए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि विवेकानन्द नगर की भगवा रैली अनन्तपुरा चौराहे से प्रारम्भ होकर घटोत्कच चौराहा पर आएगी। यहां गणेश नगर की रैली खड़े गणेश जी से प्रारम्भ होकर घटोत्कच चौराहे पर मिलेगी। दोनों रैली संयुक्त होकर केशवपुरा चौराहे पर पहुंचेगी। जहां चाणक्य नगर की रैली श्रीमंशापूर्ण हनुमान मन्दिर संजय गाँधी नगर से प्रारम्भ होकर केशवपुरा चौराहे पर मिलेगी।

इसी प्रकार प्रताप नगर की रैली तीन बत्ती सर्किल से प्रारंभ होकर दादाबाडी चौराहा होते हुए सीएडी सर्किल पर पहुंचकर रैली में विलीन होगी। यहां से रैली घोडे वाले बाबा चौराहा पहुंचेगी। वहाँ पर विश्वकर्मा नगर की रैली डीसीएम चौराहे से प्रारम्भ होकर कंसुआ चौराहा, एरोड्रम अन्डरपास को पार करते हुए घोडे वाले बाबा चौराहा पर रैली में विलय होगी। यहां से शोपिंग सेन्टर, चौपाटी होते हुए छावनी पहुंचने पर दीनदयाल नगर की रैली स्वर्ण रजत मार्केट से प्रारम्भ होकर कैथूनीपोल होते हुए छावनी में मिलेगी।

उन्होंने बताया कि सूरज नगर की रैली गोरधनपुरा हनुमान मन्दिर से प्रारम्भ होकर छावनी चौराहे पर आएगी। वहीं सम्भाजी नगर की रैली प्रंचड बालाजी गौशाला से प्रारम्भ होकर रंगपुर पुलिया पर पहुचेगी। वहाँ पर तानाजी नगर की रैली शिव मन्दिर रेलवे कालोनी से प्रारम्भ होकर रंगपुर रेलवे पुलिया पर मिलेगी। जो कि भीमगंजमण्डी थाने पर पहुंचेगी।

समिति के अध्यक्ष गोविंद नारायण अग्रवाल ने बताया कि सभी 12 स्थानों की रैलियां छावनी में मिलकर कोटडी चौराहा, गुमानपुरा, गीता भवन होते हुए बारादरी पर संपन्न होगी। जहां महाआरती और आतिशबाजी के साथ नवसम्वत्सर 2080 और नव युगाब्द के आगमन का स्वागत किया जाएगा।