सिलिकन वैली बैंक डूबने की खबर से निवेशकों के चार लाख करोड़ रुपये डूबे

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सेंसेक्स 897 अंक लुढ़क कर 58,238 पर बंद, निफ़्टी 17,200 से नीचे

मुंबई। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को कारोबार बंद होते समय तक इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 897.28 अंकों की गिरावट के साथ 58,237.85 अंकों पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 258.60 अंक टूटकर 17154.30 के लेवल पर पहुंच गया। इस दौरान इंडसइंड के शेयरों में करीब छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

माना जा रहा है कि सोमवार के कारोबारी सेशन के दौरान एवीबी और सिग्नेचर बैंक के डूबने की खबरों का नकारात्मक असर पड़ा। पिछले तीन कारोबारी सेशंस में शेयर बाजार के निवेशकों को करीब 7.3 लाख करोड़ का घाटा हुआ है। इस दौरान सेंसेक्स 2110 अंकों तक फिसल गया है। महज सोमवार को ही निवेशकों को करीब चार लाख करोड़ रुपये की चपत लग गई है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप सोमवार के कारोबारी सेशन के दौरान घटकर 258.95 लाख करोड़ रुपये हो गया है। बीते शुक्रवार को यह 262.94 करोड़ रुपये था।

बता दें कि सिलिकन वैली बैंक के डूबने की खबर ने पूरी दुनिया के इक्विटी बाजार पर नकारात्मक असर डाला। खासकर बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार के दिन भारतीय शेयर बाजार में बैंकिंग सेक्टर के शेयर कमजोरी के साथ कारोबार करते दिखे। हालांकि एनालिस्ट्स का मानना हे कि भारतीय बैंकों के मामले में नियामकीय फ्रेमवर्क काफी सुदृढ़ हैं।

सोमवार को बाजार में आई तेज गिरावट में ऑटो और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों का योगदान रहा। एसबीआई, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर तीन प्रतिशत तक टूटकर बंद हुए। वहीं दूसरी ओर, टेक महिंद्रा के शेयरों में करीब सात प्रतिशत की मजबूती दिखी।

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण

  1. वैश्विक बाजारों से मिल रहे नकारात्मक संकेत
  2. अमेरिका में सिलिकन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक का दिवालिया होना
  3. एसवीबी के पतन के असर से बैंकिंग सेक्टर के शेयरों का कमजोर प्रदर्शन
  4. रिलायंस, टीसीएस और आईटीसी जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में कमजोरी
  5. डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी
  6. फेड की ओर से ब्याज दरों में और वृद्धि करने की आशंका