बहरीन में श्रीनाथजी मंदिर के जीर्णोद्धार की मोदी की योजना ऐतिहासिक कदम: बिरला

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नई दिल्ली। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला भारतीय संसदीय संघ की 146वीं सभा में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का बहरीन के मनामा में नेतृत्व कर रहे हैं। बिरला ने शहर के मध्य स्थित श्रीनाथजी मंदिर का दौरा किया। उन्होंने मंदिर में वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

श्री बिरला ने कहा कि मंदिर के जीर्णोद्धार की योजना, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में अपनी बहरीन यात्रा के दौरान की थी, भारत और बहरीन के बीच सभ्यतागत संबंधों को संरक्षित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था। उन्होंने खुशी वयक्त की कि इस मंदिर में राजस्थानी कला और संस्कृति का स्पष्ट प्रभाव मिलता है।

श्री बिरला ने स्थानीय लोगों के साथ होली खेली। बहरीन के कई स्थानीय लोग होली के कार्यक्रम में बड़े उत्साह के साथ शामिल हुए। श्री बिरला ने अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) के अध्यक्ष श्री डुआर्टे पचेको से भी मुलाकात की।

इस अवसर पर श्री बिरला ने कहा कि भारत और आईपीयू का वैश्विक दृष्टिकोण समान है। भारत और आईपीयू दोनों एक ऐसे विश्व का निर्माण करना चाहते हैं जहां सबके विचारों को सुना जाता हो, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और बहुपक्षवाद को महत्व और प्राथमिकता दी जाती हो तथा सभी को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाता हो।

श्री बिरला ने भारत की जी20 अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता आशा, सद्भाव, शांति और स्थिरता के विचारों पर आधारित है। भारत की जी20 अध्यक्षता का मुख्य विषय “वसुधैव कुटुम्बकम” अर्थात “एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य” है। इस विषय के पीछे का मूल भाव पृथ्वी के मानवीय जीवन और व्यापक ब्रह्मांड के बीच का परस्पर संबंध है।

श्री बिरला ने हर्ष वयक्त करते हुए कहा कि भारत की संसद 2023 में 9वें पी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगी। उन्होंने आईपीयू के अध्यक्ष को जानकारी दी कि पी20 शिखर सम्मेलन की आईपीयू द्वारा संयुक्त मेजबानी के लिए भारत की संसद के साथ आईपीयू के सहयोग का प्रस्ताव मिला है। इस परिप्रेक्ष में श्री बिरला ने कहा कि भारत में आयोजित होने वाले पी20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए आईपीयू के सहयोग का भारत लाभ उठाना चाहेगा।

आईपीयू में भारत की संसद की भागीदारी पर बोलते हुए श्री बिरला ने कहा कि लोक सभा अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने आईपीयू की सभाओं में हमेशा भारत की संसद और संसद सदस्यों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने को महत्व दिया है।

आईपीयू के कार्यकारी समिति में सांसद श्रीमती अपराजिता सारंगी का निर्वाचन होने के बाद वह इसकी बैठकों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। साथ ही अन्य संसद सदस्य भी आईपीयू की विभिन्न स्थायी समितियों, कार्य समूहों, मंचों और इसके अन्य निकायों की चर्चाओं में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।