कोटा संभाग के खनन क्षेत्र में सिलिकोसिस से बचाव के हरसंभव उपाय

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-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
Prevention Of Silicosis: राजस्थान में सेंड स्टोन और कोटा स्टोन के लिए अपनी अलग पहचान बनाने वाले कोटा संभाग के खनन क्षेत्र में श्रमिकों में होने वाली आम लेकिन गंभीर बीमारी सिलिकोसिस से बचाव के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे है।

इसके तहत अभियान चलाकर न केवल प्रबंधकों को आवश्यक उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है बल्कि खनन क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों को भी इस बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी देकर सजग किया जा रहा है।

खनिज अभियन्ता आरिफ मोहम्मद शेख ने बताया कि शून्य सिलिकोसिस प्रोग्राम को प्रारम्भ करते हुए सभी क्रेशर यूनिट पर सिलिकोसिस बचाव एवं रोकथाम तथा राज्य सरकार की निर्धारित सिलिकोसिस पॉलिसी-2019 की जागरूकता के लिए सूचना बोर्ड लगवाए गए। समस्त क्रेशरों पर सिलिकोसिस बचाव के लिए उपयोग में लिए जाने वाले सुरक्षा प्रबन्धन को देखा गया जिसमें श्रमिकों को कार्य के दौरान सिलिकोसिस व उपायों से अवगत कराया गया।

मजदूरों को सिलिकोसिस से बचाव के लिए क्या करें अभियान के तहत खनिज अभियंता कार्यालय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड कोटा एवं क्रेशर एसोसिएशन नान्ता (crusher association nanta) के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को नान्ता स्थित एक क्रेशर में सिलिकोसिस प्रभावित, संभावित क्षेत्रों में खान, क्रेशर यूनिट होल्डर एवं श्रमिकों में जागृति उत्पन्न करने के लिए तथा राज्य सरकार के निर्धारित सिलिकोसिस पॉलिसी की प्रभावी क्रियान्वन के लिए चिकित्सा जांच एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया।

शिविर में क्रेशर मालिक एवं मजदूरों को सिलिकोसिस से बचाव के लिए क्या करें एवं क्या न करें, के संबंध में विस्तार से जानकारी देकर प्रेरित किया गया। शिविर में श्रमिकों को डस्ट मास्क, कार्यालय में साफ सफाई रखने का आव्हान किया गया। शिविर में 63 श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई जिसमें 33 मजदूरों को ब्लड प्रेशर, 33 मरीजों को मधुमेह एवं 5 मजदूरों की बलगम की जांच की गई।

शिविर स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा श्रमिकों को राज्य सरकार की योजनाओं पर आधारित पैम्पलेट एवं पोस्टरों का वितरण भी किया गया। शेख ने बताया कि चिकित्सा विभाग से उपस्थित जिला क्षय अधिकारी डॉ. एस एन मीणा ने सिलिकोसिस बीमारी होने के कारण एवं बचावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

शिविर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के नन्द किशोर द्वारा सिलिकोसिस नीति के अन्तर्गत दिये जाने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी गई। शेख ने सिलिकोसिस से बचाव के उपाय करने के लिए प्रेरित करते हुए गुड़ का वितरण करने का सुझाव दिया। शिविर स्थल पर पौधारोपण भी किया गया।