डकनिया रेलवे स्टेशन पर बनेगा नया प्लेटफार्म

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    कोटा। कोटा रेल मंडल के डकनिया रेलवे स्टेशन को उपनगरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से सिटी साइड में नए प्लेटफार्म का निर्माण किया जाएगा।

    इसके लिए रेलवे बोर्ड पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर ने 4 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। प्लेटफार्म निर्माण अन्य विकास कार्यों के लिए ड्राइंग नक्शा भी पास कर दिया गया है। इसका काम नए साल में शुरू कर दिया जाएगा।

    दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग के कोटा रेल मंडल का मुख्यालय कोटा में हैं। कोटा का विकास डकनिया रेलवे स्टेशन के आसपास के क्षेत्र में पहुंच गया है। वहां कोचिंग इंस्टीट्यूट, हॉस्टल रिहायशी मकानों का निर्माण हो चुका है।

    कोचिंग संस्थानों में देशभर के विभिन्न राज्यों से प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ लाख बच्चे अध्ययन करने के लिए पहुंचते हैं। डकनियां में यूपी, बिहार, दिल्ली, इंदौर, निजामुद्दीन, जोधपुर, जयपुर की तरफ जाने वाली कई ट्रेनों का ठहराव है।

    नए कोटा के यात्री इस स्टेशन से ही ट्रेन से आते-जाते हैं। इस स्टेशन को विकसित किए जाने, उपनगरीय रेलवे स्टेशन बनाने की मांग पिछले कुछ दिनों से जनप्रतिनिधियों द्वारा की जाती रही है।

    लेकिन अभी तक इसका विकास नहीं हो पा रहा था। अब मंडल के रेलवे प्रशासन ने डकनिया रेलवे स्टेशन के सिटी साइड पर एक प्लेटफार्म निर्माण अन्य विकास कार्य करवाने का फैसला किया है।

    इसके लिए 4 करोड़ के प्रस्ताव को ड्राइंग नक्शे को मंजूरी दी जा चुकी है। रेलवे के इंजीनियरों ने बताया कि सिटी साइड में नए प्लेटफार्म का निर्माण कार्य नए साल में शुरू कर दिया जाएगा।

    • ये होगा काम
    • डकनिया में सिटी साइड नया प्लेटफार्म बनेगा
    • स्टेशन के बाहरी क्षेत्र को 9000 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में विकसित किया जाएगा
    • सिटी से रेलवे स्टेशन में प्रवेश के लिए मैन एंट्रेंस गेट बनेगा

    डी श्रेणी का है रेलवे स्टेशन
    कोटा रेल मंडल का डकनिया रेलवे स्टेशन अभी डी श्रेणी का है। स्टेशन पर केवल दो ही प्लेटफार्म अप डाउन बने हुए हैं। प्लेटफार्म की ऊंचाई भी ट्रैक लेवल की थी। प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाने का काम अंतिम चरण में हैं।

    इस रेलवे स्टेशन पर अभी केवल गिनती की ही ट्रेन रुकती हैं। अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों को पकड़ने के लिए नए को टा के लोगों को 15 किमी तय कर कोटा रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है। इससे नए को टा के लोगों को पैसा समय अधिक खर्च करना पड़ता है।