कोटा। कोटा समेत पूरे प्रदेश के बच्चों पर मानसिक दबाव है और दबाव सरकार के कारण से है कि कब कोई पेपर निरस्त हो जाए। हनुमानगढ़ में एक नौजवान ने आत्महत्या की है और यह कहकर आत्महत्या की है कि, कन्हैया लाल पारीख ने कहा कि परीक्षा रद्द हो गई। यह बात उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कोटा में पत्रकारों से कही।
राजेंद्र राठौड़ बुधवार को कोटा में जन आक्रोश सभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। यहां राठौड़ ने पेपर लीक प्रकरण में सीधा मंत्रिमंडल पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर जिस प्रकार भूपेंद्र ढाका, भूपेंद्र विश्नोई जिस तरह मिनिस्टरों के ट्वीटर को हैंडल कर रहे हैं, फेसबुक को हैंडल कर रहे हैं, इनके तार राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल से जुड़े हुए हैं।
इसलिए हम मांग करते हैं कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से हो। रीट के अंदर निशाने पर स उच्च शिक्षा मंत्री क्योंकि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोग जुड़े थे। इसके अंदर सारे सांचौर के लोग हैं। जो वन राज्य मंत्री जी के नजदीक घेरे में आती है।”
राजेंद्र राठौड़ ने कोटा में एक साथ 3 कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड मामले में राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि दिसंबर महीने में कोटा में एक साथ 3 बच्चों ने आत्महत्या कर ली। यह बहुत दुखद है। कोटा के बच्चे मानसिक दबाव में है और वह सरकार की वजह से है। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान तकनीकी यूनिवर्सिटी के प्रकरण पर कहा कि यह सरकार के कुशासन और लापरवाही का ही नतीजा है कि इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।
चिकित्सा सेवाओं पर उठाए सवाल
राजेंद्र राठौड़ ने चिकित्सा सेवा को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल में कोटा में एम्बुलेंस में स्ट्रेचर फंस जाता है, चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह बदहाल है। हमारे समय में एंटी चीटिंग बिल लाया गया था। इस सरकार ने दावे किए थे कि इसमें कड़े प्रावधान किए जाएंगे लेकिन जो लोग चीटिंग में शामिल है उन्हें बाद में छोड़ दिया गया।