कोटा। राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में अंकों के बदले अस्मत प्रकरण में जांच कर रही एसआईटी की टीम ने बुधवार को प्रो. गिरीश परमार और अर्पित का सहयोग करने वाली छात्रा ईशा यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बुधवार को दोनों आरोपियों के साथ ईशा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया है। बुधवार को पुलिस ने गिरीश परमार और अर्पित की रिमांड अवधि पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया। उनके साथ ही ईशा को भी लाया गया था।
आरोपी ईशा यादव बीटेक फोर्थ ईयर की छात्रा है जो गिरीश परमार के कोकस में शामिल थी। एसआईटी टीम के इंचार्ज डीएसपी अमर सिंह ने बताया कि आरोपी प्रोफेसर गिरीश परमार, छात्रा ईशा से कापियां चेक करवाता था। इस दौरान ईशा छात्राओं को फेल करती थी और इसके बाद छात्राओं पर पास करने की एवज में संबंध बनाने का दबाव डाला जाता था।
पुलिस के अनुसार ईशा को पूछताछ के लिए बुलाया गया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इधर प्रोफेसर गिरीश और बिचौलिया छात्र अर्पित 3 दिन के पुलिस रिमांड पर थे। बुधवार को रिमांड अवधि खत्म हो रही थी।
ऐसे में पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 10 जनवरी तक के लिए जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार मामले में अभी दस्तावेजों की जांच, एफएसएल जांच और वॉइस सैंपलिंग कराई जाएगी।
विशेष लोक अभियोजक हितेश जैन का कहना है कि ईशा यादव की भूमिका भी अन्य छात्र-छात्राओं की पुस्तिका जांच, पेपर सेट और उनके नंबरों में हेरफेर करने के मामले में सामने आई है।
इसके अलावा ऑडियो में भी वह कई छात्राओं को गिरीश परमार के लिए तैयार करने और उनसे बातचीत करने में मध्यस्थता की भूमिका निभा रही थी। इसके साथ ही वह कई छात्राओं पर परमार के साथ संबंध बनाने के लिए दबाव डालती थी। यही आरोप अर्पित अग्रवाल पर भी लगे हैं।