रेलवे ने जारी किए कार्यादेश, सॉइल टेस्टिंग का काम प्रारंभ
कोटा। कोटा और डकनिया स्टेशन के पुनर्विकास का बहुप्रतिक्षित कार्य जल्द प्रारंभ होगा। रेलवे ने दोनों स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य के कार्यादेश जारी कर दिए हैं। वहां संवेदक ने सॉइल टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है। जल्द ही लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला दोनों स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद कोटा स्टेशन ढाई वर्ष तथा डकनिया स्टेशन का कार्य दो वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा।
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला दोनों स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने की सोच के साथ इनको नया स्वरूप देने के लिए प्रयासरत थे। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की थी। इसके बाद कोटा और डकनिया स्टेशन के पुनर्विकास की कार्य योजना तैयार की गई।
कोटा जंक्शन के ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए को अत्याधुनिक लुक दिया जाएगा। यहां प्लेटफॉर्म नंबर एक से तीन तथा तीन से चार के बीच 36 मीटर चौड़े दो कोनकोर्स बनाए जाएंगेए जो आपस में जुड़े होंगे। इन दोनों कोनकोर्स पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था तथा कियोस्क का प्रावधान किया जाएगा।
भीमगंजमंडी की ओर से प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए दो प्रवेश द्वार होंगे, जबकि प्रस्थान के लिए अलग से नया ब्लॉक बनाया जाएगा। इसी ब्लॉक में करीब 3000 वर्गमीटर का आधुनिक वेटिंग हॉल भी बनाया जाएगा। वीआईपी रूम और वीआईपी लाउंज का भी प्रावधान किया जाएगा। रेलवे कॉलोनी की ओर के प्लेटफॉर्म नंबर 4 का भी कायाकल्प किया जाएगा। वहां का प्रवेश द्वार भी आकर्षक दिखाई देगा। कोटा जंक्शन पर आवागमन की सुविधा के लिए 8 अतिरिक्त लिफ्ट और 14 अतिरिक्त एस्केलेटर लगाए जाएंगे।
डकनिया में बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म
डकनिया स्टेशन के पुनर्निर्माण में वहां दो नए प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगेए जहां बिछने वाली लूप लाइन से न सिर्फ यहां गाड़ियों का ठहराव संभव होगाए बल्कि भविष्य में नई रेल गाड़ियां भी चलाई जा सकेंगी। वर्तमान में प्लेटफॉर्म को 10 से 12 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। डकनिया स्टेशन पर भी 36 मीटर चौड़ा कोनकोर्स बनाया जाएगा। यात्रियों को ठहरने की सुविधा देने के लिए 2 डोरमेट्री और 6 रिटायरिंग रूम बनाए जाएंगे। यहां भी यात्रियों के लिए 8 लिफ्ट और 6 एस्केलेटर का प्रावधान किया जाएगा। यह स्टेशन पूरी तरह दिव्यांग.फ्रेंडली होगा।
यह रहेंगी दोनों स्टेशनों की खासियत
- स्टेशन में एक ही स्थान पर सभी यात्री सुविधाओं के साथ रिटेल स्पेस, कैफेटेरिया, मनोरंजन सुविधाओं के लिए एक विशाल रूफ प्लाजा होगा।
- रेलवे ट्रैक के दोनों ओर स्टेशन भवन के साथ शहर के दोनों किनारों को स्टेशन से जोड़ा जाएगा।
- फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने की जगह, स्थानीय उत्पादों के लिए जगह आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
- शहर के भीतर स्थित स्टेशनों में सिटी सेंटर जैसी जगह होगी।
- स्टेशनों को आरामदेह बनाने के लिए, पर्याप्त रोशनी, वे फाइंडिंग, साइनबोर्ड, लिफ्ट, एस्कलेटर, ट्रेवलेटर्स होंगे।
- पर्याप्त पार्किंग सुविधाओं के साथ यातायात के सहज संचालन के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है।
- सौर ऊर्जा, जल संरक्षण, रिसाइकिलिंग और बेहतर ट्री कवर के साथ ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
- दिव्यांगजनों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- इन स्टेशनों को इंटेलिजेंट बिल्डिंग की अवधारणा पर विकसित किया जाएगा।
- सीसीटीवी और एक्सेस कंट्रोल लगाने से रेलवे स्टेशन सुरक्षित रहेंगे।